1971 की जंग के बाद हुसैनीवाला बॉर्डर आज तक क्यों नहीं खुला?

punjabkesari.in Monday, Feb 05, 2018 - 09:54 AM (IST)

फिरोजपुर (कुमार): फिरोजपुर भारत-पाक सरहद पर बसा हुआ ऐतिहासिक शहर है, जहां देश की आजादी से पहले शहीद-ए-आजम भगत सिंह अपने क्रांतिकारी साथियों के साथ गुप्त बैठकें करते थे। 1971 की भारत-पाक जंग से पहले फिरोजपुर खुशहाल शहर था और यहां कीमती सामान पाकिस्तान की ओर जाया करता था व वहां से सामान भारत में आता था। 1971 की भारत-पाक जंग के बाद हुसैनीवाला बॉर्डर बंद हो गया, जिस कारण लोगों के कामकाज बंद हो गए और बेरोजगारी बढ़ गई। दूसरी ओर समय-समय की सरकारों ने अपने सियासी वायदे पूरे करते हुए फिरोजपुर के कई क्षेत्र काट दिए और नए जिले बना दिए। जिस कारण फिरोजपुर और पिछड़ गया तथा लोग बेरोजगार होते चले गए। 

करीब 47 साल बीत जाने पर भी क्यों नहीं खुला हुसैनीवाला बॉर्डर
हुसैनीवाला भारत-पाक बॉर्डर को बंद हुए करीब 47 साल बीत गए हैं, मगर आज तक यह बॉर्डर क्यों नहीं खुला? यह फिरोजपुर के लोगों के लिए हैरानी की बात है। दुख की बात यह है कि इन 47 सालों में करीब 9-10 साल संसदीय चुनाव हो चुके हैं और केन्द्र की सत्ता में कई सरकार आईं और चली गईं, मगर आज तक किसी भी केन्द्र की सत्ता में रही सरकार ने हुसैनीवाला बॉर्डर की ओर ध्यान क्यों नहीं दिया? देश में संसदीय चुनाव हेतु जब भी जिस उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा, उसने एक ही वायदा किया कि इस बार चुनाव जिता दो, फिर हुसैनीवाला बॉर्डर खुलवा कर ही दम लूंगा और 47 सालों में ऐसा कोई एम.पी. वापस फिरोजपुर नहीं आया, जिसने कहा हो कि बॉर्डर खुलवाने वाला वायदा मैंने पूरा किया है। इसलिए अब फिरोजपुर के लोगों का संसदीय चुनाव लडऩे वाले सियासतदानों से विश्वास उठ गया है। 

क्या कहते हैं फिरोजपुर के व्यापारी
फिरोजपुर शहर व्यापार मंडल के सीनियर उपप्रधान सतपाल सिंह बजाज, चेयरमैन सुभाष तुल्ली, विजय तुल्ली, खुशविन्द्र चावला, राजा, टोनी, एन.जी.ओ. जोगिन्द्र सिंह चावला, जनविंद्र, गोयल जुगनू और रिपन सहगल आदि ने कहा कि फिरोजपुर का व्यापार बंद हो गया है, दुकानदार खाली बैठे हैं, बेरोजगारी बढ़ गई है और बरोजगारी के कारण फिरोजपुर में लूटपाट, नशा और चोरियां आदि बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र व पंजाब की सरकारों को चाहिए कि वे फिरोजपुर में बड़े उद्योग लगाएं और यहां के व्यापारियों व छोटे-बड़े दुकानदारों को सेल टैक्स, इंकम टैक्स और जी.एस.टी. आदि में छूट और युवाओं को रोजगार दें। 


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