IPS अधिकारी के Suicide से मचा सियासी तूफान, CM Mann ने कही यह बड़ी बात
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 09:26 PM (IST)
चंडीगढ़/हरियाणा: हरियाणा के रोहतक में तैनात 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। उनके सुसाइड नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया सहित आठ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम सामने आने से सरकार सवालों के घेरे में घिर गई है। इसी के चलते आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। पूरन कुमार ने हाल ही में आत्महत्या कर ली थी। मुख्यमंत्री ने परिवार से मुलाकात के दौरान दुख व्यक्त किया और कहा कि यह घटना प्रशासन और समाज दोनों के लिए चिंता का विषय है। पूरण कुमार की पत्नी अमनीत पूरन कुमार, पंजाब के बठिंडा से विधायक अमित रतन की बहन हैं।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में बताया कि परिवार सदमे में है। उन्होंने कहा, “पूरन कुमार की पत्नी आईएएस हैं और हरियाणा में आईएस के रूप में सेवा करती हैं। यह विडंबना है कि ऐसे परिवार और आईएएस अधिकारी को भी इंसाफ के लिए कहना पड़ रहा है और जांच का इंतजार करना पड़ रहा है।”
सीएम मान ने अधिकारियों की मानसिकता पर भी टिप्पणी की और कहा, “पंजाब में मेरी सरकार में भी हमारे अधिकारियों में कई बार झगड़े होते हैं। मैं तो उन्हें बिठाकर बात करवा देता हूं कि क्यों लड़ते हो। इसी तरह जब वाई पूरन कुमार ने शिकायत की थी, तो अधिकारियों को काउंसलिंग करनी चाहिए थी।”
उल्लेखनीय है कि 2001 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में कुल 13 वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लिए थे, जिनमें हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया भी शामिल हैं। उनके सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें मानसिक प्रताड़ना, जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न का शिकार बनाया। पूरन कुमार ने लिखा कि उन्हें लंबे समय तक मानसिक रूप से तोड़ा गया और इसी वजह से उन्होंने यह दुखद कदम उठाया।
हरियाणा पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है। चंडीगढ़ पुलिस ने पूरन कुमार के सुसाइड नोट में शामिल 13 अधिकारियों और पूर्व अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। फिलहाल, मामले की जांच चल रही है और दोषियों की पहचान करने के लिए विभिन्न सबूत जुटाए जा रहे हैं।

