गुरु का कोई भी सिख नहीं चाहता खालिस्तान : बिट्टा

punjabkesari.in Saturday, Jul 04, 2020 - 12:55 PM (IST)

जालंधर: काबुल में हमारे सिख समाज के लोगों का सरेआम कत्ल कर दिया गया, ननकाना साहिब में गुरुघर की बेअदबी और कश्मीर में कई साल पहले आतंकवादियों द्वारा हमारे समाज के 50 के करीब सिखों को घरों से निकालकर गोलियों से भून डाला गया। ये सब कुछ पाकिस्तान की शह पर हुआ तो सिख्स फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू यह बताएं कि वह किस जस्टिस की बात कर रहे हैं? कोई भी गुरु का सिख खालिस्तान नहीं चाहता। कोई सिख देश के टुकड़े नहीं चाहता है। यह बात ‘पंजाब केसरी’ के संवाददाता जतिन कुमार शर्मा के साथ एक विशेष इंटरव्यू के दौरान ऑल इंडिया एंटी टैरारिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष मनिन्द्रजीत सिंह बिट्टा ने कही। सिख्स फॉर जस्टिस द्वारा 4 जुलाई को वोटर रजिस्ट्रेशन शुरू की जा रही है। इस संबंध में बिट्टा ने कहा कि कोई भी सिख अपने ही देश में बेगाना नहीं होना चाहता। हम पहले ही पाकिस्तान स्थित अपने गुुरुघरों के दर्शनों के लिए पासपोर्ट लेकर जाते हैं। क्या पन्नू चाहता है कि सिख अपने ही देश में पासपोर्ट पर गुरुघरों के दर्शन करें? पन्नू गलत सपने देखता है और सपने सच नहीं होते। 

पन्नू किस हक की बात कर रहा!
बिट्टा से जब यह पूछा गया कि पन्नू रैफरैंडम-2020 के जरिए पंजाब को हक लेकर देने की बात कर रहा है तो बिट्टा ने कहा कि पाकिस्तान का एजैंट किस हक की बात कर रहा है? 10 वर्ष तक देश का प्रधानमंत्री सिख रहा है तथा सेना अध्यक्ष से लेकर और बड़े पदों पर सिख रहे हैं। जब अपने देश में सिखों को सभी हक मिल रहे हैं तो पन्नू कौन-सा हक दिलाना चाहता है? पन्नू आई.एस.आई. के लिए काम करता है और फंड इकट्ठा करने के लिए सिखों को गुमराह कर रहा है।  

आतंकी घोषित करना मोदी सरकार का सराहनीय फैसला
गुरपतवंत सिंह पन्नू सहित 9 लोगों को गत दिवस गृह मंत्रालय की तरफ से आतंकी घोषित किया गया है। इस पर बिट्टा ने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला बहुत ही सराहनीय है। इससे पहले भी मोदी सरकार ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलकर सिख समाज को बहुत बड़ा उपहार दिया है।


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