मौत से पहले इस शख्स ने दोस्त को किया आखिरी कॉल, बोला- ‘सच्चा हां, पर पुलिस दे धक्के...’

punjabkesari.in Tuesday, Mar 15, 2022 - 09:47 AM (IST)

लुधियाना: ढोलेवाल के निकट क्वालिटी चौक के निकट रहने वाले एक युवक ने गिल रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। युवक के परिजनों का आरोप है कि वह पिछले करीब 6 महीने से अमृतसर पुलिस द्वारा किए जा रहे टार्चर से परेशान था। उसने मरने से पहले अपने दोस्त व परिजनों को इस संबंध में भी बताया। पता चलते ही थाना जी.आर.पी. की पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसे गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मरने वाले युवक की पहचान जतिंद्र सिंह 27 साल के रूप में की है। मृतक के पिता भूपिंद्र ने बताया कि जतिंद्र शादी शुदा था और उसके 4 साल का बेटा है। वह मिस्त्री का काम करता था। भूपिंद्र करीब 18 साल से अपनी पत्नी से अलग रह रहा है । उनका छोटा बेटा राजविंदर क्रेन चलाता था। उसके अमृतसर में रहने वाली किसी छोटी उम्र की लड़की के साथ संबंध थे जिसे लेकर कई बार समझाया गया और इसी बात को लेकर विवाद भी रहता था। अक्तूबर में वह घर पर यह बोल कर गया कि वह किसी काम के सिलसिले में जा रहा है, लेकिन कई दिन वापस नहीं आया। वे उसकी तलाश करते रहे । एक दिन अचानक अमृतसर से पुलिस आई और उन्हें यह कहकर साथ ले गई कि उनके खिलाफ मामला दर्ज है। उनका बेटा लड़की लेकर भाग गया है। वहां जाकर उन्हें काफी प्रताड़ित किया गया जबकि उन्हें इस सबंध में कुछ नहीं पता था । भूपिंद्र ने रोते हुए बताया कि आए दिन पुलिस जतिंदर को अमृतसर बुला लेती थी।

फिर उसे लड़की के परिवार के सामने बेइज्जत करते थे और कई बार उसकी पिटाई भी की थी । जतिंद्र दिन प्रतिदन हताश हो रहा था। हालांकि उसके दोस्त एडवोकेट इंद्रजीत ने कई लोगों से पुलिस को फोन भी करवाया और सच्चाई बताई। लेकिन पुलिस कुछ सुनने को तैयार नहीं थी । कई बार पुलिस ने उसके बेटे से पैसे लिए और यह कह कर बुलाते थे कि अफसरों के सामने पेश करना है, फिर एक ए.एस.आई. उससे पैसे लेकर वापस भेज देता था। उनका परिवार पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहा था। कई बार रेड करवाने के लिए भी वह पुलिस के साथ गए थे। लगातार वह करीब 6 महीने अमृतसर के चक्कर काट रहा था और बहुत परेशान था। रविवार को भी पुलिस ने उन्हें बुलाया और एक ए.एस.आई. ने यह कहकर धमकी दी कि तुझे करंट लगाया जाएगा तो तू तोते की तरह बोलेगा और फिर लड़की के परिवार के सामने बेइज्जत किया। वहां से वापस आकर वह बहुत परेशान हो गया। पुलिस ने न तो जतिंदर ना ही भूपिंदर के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया था । केवल अज्ञात के खिलाफ ही मामला दर्ज था लेकिन जांच के नाम पर उन्हें परेशान किया जा रहा था ।

वह हर रोज की तरह अपना स्कूटर लेकरगया। उसके बाद करीब 10 बजे पहले अपने दोस्त इंद्रजीत और बाद में अपने चाचा को फोन किया जिन्होंने उसे बहुत रोका । एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गिल ट्रैक पर पहले ही ट्रेन की स्पीड कम थी और हादसे के बाद ट्रेन रूक गई तो चपेट में आने के बाद भी उसने उठने की कोशिश की। मौके पर पहुंची प्राइवेट एम्बुलैंस ने उसे अस्पताल ले जाने से मना कर दिया जिस पर सरकारी एम्बुलैंस से उसे अस्तपाल पहुंचाया गया ।मरने से पहले जतिंदर अपने दोस्त इंदरजीत को कॉल कर बोला कि भरा मैं सच्चा हां, ना मैंनू कुड़ी दा पता, ना ही मुंडे दा। पुलिस धक्का करदी पई आ पिछले 6 महीनियां तो परेशान हो चुका। थाने दे 3 मुलाजिम, कुड़ी दा परिवार ही कसूरवार ने। मेरे मरण तो बाद परिवर नूं संभाल लई। बार-बार मैनू थाने बुलाके पुलिस कुड़ी दे परिवार दे सामने बेइज्जती करदी है, जिसनू नहीं सहन कर सकदा। ऐस लई मैं सुसाइड कर रिहा हां।“फिलहाल युवक की लाश मिलने को लेकर कार्रवाई की जा रही है। परिवार द्वारा अमृतसर पुलिस में तैनात पुलिस मुलाजिमों व एक परिवार पर आरोप लगाए जा रहे हैं लेकिन परिवार की तरफ से अभी लिखित शिकायत नहीं दी गई है। मामले की जांच कर तथ्यों के आधार पर दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। बिना निष्पक्ष और दबाव के कार्रवाई की जाएगी ।


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Vatika

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