तीक्ष्ण सूद के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए हो लाई-डिटैक्टर टेस्ट - उद्योग मंत्री
punjabkesari.in Friday, Jan 08, 2021 - 10:06 AM (IST)
होशियारपुर (राकेश): पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद की तरफ से उन पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और झूठ का पुलिंदा करार देते हुए सूद के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए उन्हें लाई-डिटैक्टर टैस्ट करवाने की चुनौती दी है।
अरोड़ा ने कहा कि देश भर के किसानों की तरफ से अपमानित करने के बाद भाजपा नेता की प्रतिक्रिया राजनीतिक हार से अधिक कुछ भी नहीं है। अरोड़ा ने कहा कि तीक्षण जो कह रहे हैं उसमें उनकी कोई गलती नहीं है क्योंकि जब किसी व्यक्ति को बार-बार लोगों की तरफ से नकारा जाता है तो वह अपना संतुलन गंवा बैठता है।
गौरतलब है कि सीनियर भाजपा नेताओं तीक्ष्ण सूद और अरविन्द मित्तल की तरफ से पंजाब के उद्योग विभाग में भ्रष्टाचार व उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री की तरफ से पी.एस.आई.सी. (पंजाब राज्य औद्योगिक निगम) के बोर्ड ऑफ डायरैक्टर पर दबाव डालकर उद्योगपतियों को बहुत कम रेटों पर सरकारी जमीन बेचने सम्बन्धी आरोप लगाए गए और 450 करोड़ रुपए के इस घोटाले की सी.बी.आई. और ई.डी. से जांच की मांग की गई थी।
इन आरोपों को नकारते हुए उद्योग और वाणिज्य विभाग के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि 31 एकड़ के प्लाट नंबर ए-32, फेज 8, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) जो पंजाब इन्फोटैक की तरफ से 14 सितम्बर 1984 को 99 सालों की लीज पर मैसर्ज जे.सी.टी. इलैक्ट्रॉनिक्स को अलॉट किया गया था, की नीलामी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से सरकारी लिकुडिएटर के तौर पर नामजद ए.आर.सी. आई.एल. (जो राज्य एजैंसी नहीं है) की तरफ से की गई क्योंकि मैसर्ज जे.सी.टी. इलैक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड बैंकरों/वित्तीय संस्थाओं के प्रति अपने वित्तीय इकरारनामे पूरे करने में असफल रहा। यह केस औद्योगिक और वित्तीय पुनॢनर्माण (बी.आई.एफ.आर.) बोर्ड को भेजा गया और 26 अगस्त 2016 को हाईकोर्ट ने कंपनी को भंग करने का हुक्म दिया और कंपनी की जायदाद को अपने कब्जे में लेने के लिए सरकारी लिक्विडेटर नियुक्त किया।
उद्योग मंत्री ने कहा, ‘‘मेरे लिए राजनीति समाज की सेवा करने का एक जरिया है। मैं पूरी ईमानदारी, लगन और श्रद्धा के साथ पंजाब के लोगों की सेवा कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी एक खुली किताब है और पंजाब के लोग मेरे कामकाज और उन लोगों के कामों से पूरी तरह परिचित हैं जो मेरे खिलाफ दोष लगा रहे हैं।