बाजार खुलने के कारण श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर श्रद्धालुओं का लगा तांता

punjabkesari.in Thursday, May 14, 2020 - 01:32 PM (IST)

अमृतसर(अनजान): जनता कर्फ्यू में ढील मिलने के कारण दुकानदारों ने अनिश्चितता में श्री हरिमंदिर साहिब के आस-पास सुबह समय जब कुछ दुकानों खोल दी, जिससे लोग बाजार समान खरीदने आए थे। यह समझते हुए कि शायद श्री हरिमंदिर साहिब में भी जाने की आज्ञा मिल गई है। इस भ्रम श्री हरिमंदिर साहिब के चारों दरवाजों पर भारी संख्या में संचित हो गए। इस तरह लग रहा था कि जैसे दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का हढ़ आ गया हो। 

इस दौरान सेवा वाली संगत के साथ कुछ अन्य संगत भी अंदर दर्शनों के लिए चली गई। पुलिस वालों ने चाहे पूरी सख्ती करके रखी थी, परन्तु थोड़ी ज्यादातर संगत फिर भी अंदर जाने में कामयाब हो गई। नतीजन नाके पर ठहरे कुछ पुलिस कर्मचारियों को अफसरों के पास से झाड़ी पड़ती भी देखी गई। दुकानें खुलने के कारण लोगों के बाजारों में इकठ्ठा हो जाने के कारण सभी डिस्टैंस बनाना भूल गए पर लॉकडाऊन की धज्जियां उड़ती देखी गई, जो दुकानदार दुकानें नहीं खोल सके, उनके एक जगह इकठ्ठा होने के कारण काफी भीड़ संचित हो गई। पंजाब केसरी की टीम जब तस्वीरेंं खींचने लगी तो इन्होंने तुरंत अपने शटर बंद कर लिए।

श्री हरिमंदिर साहिब सेवा, सिमरन, ईश्वर का दर व मानवता का घर
श्री हरिमंदिर साहिब सेवा, सिमरन, ईश्वर का दर और समस्त मानवता का घर है। इस पवित्र स्थान पर रोजाना की तरह सारा दिन ईश्वरीय वाणी के कीर्तन की छहबरें लगी रहीं। संगत ने ठंडे जल की छबीलों पर सेवा की, अमृत सरोवर की सफाई, फर्श की सफाई और जोड़ा घर जा कर भी सेवा की। रात को सुखआसण साहिब समय सिंह साहिब ज्ञानी मान सिंह ग्रंथी श्री हरिमंदिर साहिब और संगत ने श्री हरिमंदिर साहिब से पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप बिराजमान करके सुखआसण साहिब में सुशोभित किया और सारी रात संगत सतिनामु वाहेगुरु का नाम लेते सेवा, सिमरन करती रही।


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