अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई : 8 पंजाबी गिरफ्तार
punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 02:10 PM (IST)

पंजाब डेस्क : अमेरिका के सैन जोकिन काउंटी में एक आपराधिक गिरोह और खालिस्तानी नेटवर्क के बीच गहरे संबंधों का भंडाफोड़ हुआ है। इस सिलसिले में एफबीआई और स्थानीय एजेंसियों ने एक संयुक्त अभियान चलाकर आठ पंजाबियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारियों के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और नकदी भी बरामद की गई है।
शेरिफ कार्यालय के अनुसार, इस अभियान के तहत पाँच तलाशी वारंट जारी किए गए थे, जिसके बाद 8 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों को घटनास्थलों से 5 हैंडगन, एक असॉल्ट राइफल, सैकड़ों राउंड गोला-बारूद, उच्च क्षमता वाली मैगजीन और 15,000 डॉलर से अधिक नकद मिले। गिरफ्तार व्यक्तियों पर अपहरण, यातना, अर्ध-स्वचालित हथियारों से हमला और अन्य हथियारों से संबंधित गंभीर आपराधिक आरोप लगाए गए हैं।
मुख्य आरोपी की पहचान और गिरफ्तारियां
मुख्य आरोपी की पहचान पवित्र सिंह उर्फ पवित्र बटाला के रूप में की गई है, जबकि अन्य आरोपियों में दिलप्रीत सिंह, अर्शप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह, विशाल, गुरताज सिंह, मनप्रीत रंधावा और सरबजीत सिंह शामिल हैं। यह गिरोह कथित रूप से खालिस्तानी तत्वों से जुड़ा हुआ है और अमेरिका में सक्रिय आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा बताया जा रहा है।
ऐतिहासिक स्टॉकटन गुरुद्वारा साहिब, जो कभी ग़दर आंदोलन और उपनिवेशवाद के विरुद्ध सिख प्रतिरोध का प्रतीक था, अब गुरपतवंत सिंह पन्नू के एसएफजे (सिख्स फॉर जस्टिस) और विशाल खालिस्तानी नेटवर्क के समर्थकों के प्रभाव में है। हैरानी की बात यह है कि 20 अप्रैल, 2025 को इसी मंच से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पावन उपस्थिति में "खालिस्तान कॉकस फाउंडेशन" नामक एक कार्यक्रम का आयोजन और संचालन किया गया था। इस खालिस्तानी मंच पर निहंग वेश में एक प्रमुख व्यक्ति, गुरताज सिंह, स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे।
गौरतलब है कि गुरताज सिंह को पहले भी 2022 में गिरोह के पांच अन्य सदस्यों के साथ मर्सिड काउंटी में गिरफ्तार किया गया था। अब, उसे फिर से आईसीई, एफबीआई और शेरिफ विभाग की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा गया है। फिलहाल वह 23 लाख डॉलर की जमानत पर है।
एफबीआई की "समर हीट" पहल के तहत कार्रवाई
यह पूरा अभियान एफबीआई की "समर हीट" नामक पहल के अंतर्गत संचालित किया गया, जिसका उद्देश्य अमेरिका में हिंसक अपराधियों और संगठित गिरोहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करना है। इस कार्रवाई में स्टॉकटन, मंटेका और स्टैनिस्लास काउंटी की SWAT टीमें भी शामिल थीं।
गुरुद्वारों पर बढ़ता कट्टरपंथी कब्ज़ा?
जांच एजेंसियों की चिंता का एक बड़ा विषय यह भी है कि कुछ खालिस्तानी समर्थक, आपराधिक गिरोहों की सहायता से उत्तरी अमेरिका के प्रमुख गुरुद्वारों पर कब्जा करने की कोशिश में लगे हैं। धर्म और आस्था के इन केंद्रों का राजनीतिक एजेंडे के लिए उपयोग करना सिख समुदाय के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
अभी और खुलासे बाकी
अधिकारियों का मानना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। गिरोह की गहराई और उसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की तह तक पहुंचने में अभी समय लगेगा। जांच एजेंसियां विभिन्न कोणों से सबूत इकट्ठा कर रही हैं, ताकि इस खतरनाक गठजोड़ को पूरी तरह बेनकाब किया जा सके।
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