रूपनगर में बड़ी साजिश नाकाम: सरहिंद नहर के नए स्टील पुल के नट-बोल्ट खोले, टला बड़ा हादसा
punjabkesari.in Saturday, Dec 27, 2025 - 07:00 PM (IST)
रूपनगर (विजय): रूपनगर-जालंधर हाईवे पर सरहिंद नहर पर बने नए स्टील के पुल से दिनदहाड़े तोड़फोड़ की साजिश का पता चला, जिससे दर्जनों जानें जा सकती थीं। खबर फैलने के बाद लोगों में हाहाकार मच गई। गौरतलब है कि यह पुल न सिर्फ मेन रोड का अहम हिस्सा है, बल्कि आस-पास के कई गांवों के लिए आने-जाने का भी जरिया है। इस छेड़छाड़ से बड़े हादसे की आशंका बढ़ गई थी, लेकिन समय रहते जांच होने से शहर में बड़ा हादसा होने से टल गया।

सरहिंद नहर पर बना यह नया पुल रूपनगर रेलवे क्रॉसिंग से करीब 300 मीटर दूर है। इस पुल का कंस्ट्रक्शन पिछले 4 साल से चल रहा था और इसी साल फरवरी में पूरा हुआ, जिसके बाद पुल को आम ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया। आज, 27 दिसम्बर को दोपहर में पुल के नीचे लाइटिंग और दूसरे काम में लगे मजदूरों ने कुछ संदिग्ध हरकत देखी। जे.सी.बी. ऑप्रेटर राजिंदर सिंह के मुताबिक, जैसे ही वह मशीन पार्क करके नीचे उतरे, उन्हें देखकर 2 युवक मौके से भाग गए।

शक होने पर जब उन्होंने ऊपर जाकर चैक किया तो वहां रिंच और नट-बोल्ट पड़े मिले, जबकि कुछ प्लेट और सहारे (पार्टस) गायब थे। एक प्लेट का आखिरी नट भी लगभग खुला हुआ था। मजदूरों का कहना है कि अगर यह नट भी निकल जाता तो पुल की मजबूती को बहुत नुकसान हो सकता था। मौके पर मौजूद रविंदर सैनी ने बताया कि पुल के दोनों तरफ कुछ प्लेट और नट-बोल्ट गायब थे। इस पुल से रोजाना भारी गाड़ियां, बसें और ग्रामीण इलाकों के लोग गुजरते हैं।

पुल से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर शहर का नया बस स्टैंड है, जहां हमेशा भीड़ रहती है। इसलिए इस मामले का समय पर पता लगना शहर के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है। घटना की जानकारी तुरंत पत्रकारों और पुलिस को दी गई, जिन्होंने 100 नंबर पर कॉल करके प्रशासन को बताया। अधिकारियों का मानना है कि संदिग्ध लोग नट, बोल्ट और प्लेट निकालने की कोशिश कर रहे थे, जिनके बारे में अंदाजा है कि वे करीब 18-20 साल के नौजवान हैं, जिनकी पहचान की जा रही है।

घटना की जगह से शराब की खाली बोतलें और गिलास भी मिले हैं, जिससे लगता है कि अरोपियों ने शराब पीकर यह घटना की है। इस मामले में नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एन.एच.ए.आई.) के अधिकारी संदीप कुमार से फोन पर बात की गई। उन्होंने कहा कि यह पुल उनके डिपार्टमैंट के तहत आता है और चार साल बनने के बाद फरवरी 2025 में बनकर तैयार हुआ था, जिसके बाद इसे ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया था।
उनके मुताबिक, इस प्रोजैक्ट पर करीब 52 करोड़ रुपए खर्च हुए। उन्होंने साफ किया कि पहली नजर में यह कंस्ट्रक्शन में खराबी का मामला नहीं लग रहा है, बल्कि यह शरारती अनसरों या शराब के नशे में कुछ लोगों द्वारा की गई तोड़-फोड़ का मामला हो सकता है। उन्होंने कहा कि संबंधित डिपार्टमैंट और पुलिस को मामले की जानकारी दे दी गई है, और मौके का मुआयना करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके पर मौजूद किसी और सरकारी अधिकारी का बयान नहीं मिल पाया है। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि पुल जैसे जरूरी ढांचों पर तुरंत रैगुलर निगरानी, सी.सी.टी.वी. कैमरे और सुरक्षा बढ़ाई जाए ताकि छेड़छाड़ रोककर भविष्य में बड़े हादसों को रोका जा सके।
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