विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के कई विधायकों के कटेंगे टिकट, नए चेहरे होंगे शामिल

punjabkesari.in Tuesday, Mar 23, 2021 - 10:44 AM (IST)

जालंधर (एन. मोहन): पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के कुछ वर्तमान विधायकों की टिकट कटेगी और नए चेहरों को शामिल किया जाएगा। आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों में जीत में किसी गफलत की स्थिति से बचने के लिए कांग्रेस विभिन्न चार सर्वे करवा रही है, जिनमें प्रशांत किशोर द्वारा करवाया जा रहा सर्वे भी शामिल है। इसकी पुष्टि करते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि विधानसभा चुनावों में ‘विनेबिल्टी’ आधार रहेगा। पंजाब विधानसभा चुनावों में विजय के उद्देश्य से पंजाब सरकार में नियुक्त किए प्रशांत किशोर (पी.के.) चुनावों की रणनीति पर प्राथमिक बैठक कर दिल्ली लौट चुके हैं। 

आगामी बैठक अप्रैल के दूसरे सप्ताह में हो सकती है। पी.के. की टीम ने पंजाब में सर्वे शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सत्ताधारी कांग्रेस ने खुफिया विभाग से भी सर्वे शुरू करवाया है। कांग्रेस हाईकमान द्वारा अपने स्तर पर भी पंजाब चुनावों को लेकर सर्वे करवाया जा रहा है, जबकि पंजाब कांग्रेस द्वारा भी विभिन्न सीटों के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। 
फिलहाल कांग्रेस इस विचार में है कि गत विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रत्याशी जिन हलकों में पराजित हुए थे, वहां नए प्रत्याशियों को प्रोजैक्ट किया जाए। इनमें कुछ सीटों पर उम्मीदवार पुराने वाले हो सकते हैं, परंतु ज्यादातर चेहरे नए होंगे। वर्तमान में भी जो कांग्रेस विधायक हैं उनमें से कुछ का पत्ता कटने की तैयारी है। 

मतलब साफ है कि सभी चारों सर्वे पर विचार करने के तत्पश्चात ही प्रत्याशी का निर्णय होगा। इस दौरान पंजाब कांग्रेस तमाम विधान सभा क्षेत्रों में ब्लॉक और जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा टिकट के दावेदारों से आवेदन मांगने की प्रोसैस शुरू होगी। 

पंजाब कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर सर्वे शुरू -  जाखड़
इस संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ से संपर्क किया तो उनका कहना था कि सीटों के सर्वे का कार्य शुरू हो चुका है। पंजाब से टिकट के दावेदारों के पैनल पंजाब से भेजे जाएंगे और पार्टी हाईकमान इस पर निर्णय लेगी। जाखड़ ने कहा कि पंजाब में लोगों का भरोसा सिर्फ कांग्रेस पर ही बना हुआ है जबकि अकाली दल और आम आदमी पार्टी अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। 

आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ‘आप’ 15 दिन में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की बात कर रही थी, परंतु दो माह बीतने बाद भी पार्टी तय ही नहीं कर सकी। एक दिन पूर्व बाघापुराना में आम आदमी पार्टी की किसान रैली में मंच पर पंजाब के वरिष्ठ नेता मौजूद थे, परंतु पार्टी के कन्वीनर अरविन्द केजरीवाल को कोई योग्य चेहरा नजर नहीं आया। जाखड़ ने ‘आप’ की रैली में अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को हुए कोरोना पर की कथित टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि पंजाब की ऐसी परंपरा नहीं है और केजरीवाल को पंजाब की परम्परओं का पता ही नहीं। 


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Content Writer

Tania pathak

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