MonkeyPox को लेकर Guidelines जारी, लोगों को इन बातों का ध्यान रखने की सलाह
punjabkesari.in Wednesday, Jul 20, 2022 - 11:26 AM (IST)

चंडीगढ़ (पाल): केरल में मंकी पॉक्स का मरीज मिलने के बाद राज्यों में भी इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। मिनिस्ट्री ऑफ हैल्थ ने भी मंकी पॉक्स से जागरूक करने के लिए गाइडलाइन्स जारी की हैं। हैल्थ सेकेटरी यश पाल गर्ग ने भी इन गाइड लाइन को शेयर किया है ताकि लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जा सके। इसके तहत किसी को बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते निकलते हैं तो वह तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। मंकी पॉक्स की समस्या होने पर 21 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य है।हैल्थ डायरैक्टर डा. सुमन सिंह ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है। एहतियात के तौर पर इसे शेयर किया गया है ताकि लोगों को इसके बारे में जानकारी हो।
कोमोर्बिडिटी से ग्रसित अधिक जोखिम वाले
मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को कई परेशानियां हो सकती हैं। जैसे आंख में दर्द या धुंधला दिखना, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, पेशाब में कमी, बार-बार बेहोश होना और दौरे पडऩा आदि। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मंकीपॉक्स मनुष्य से मनुष्य में फैलाता है। अधिक जोखिम वाले व्यक्तियों पर मंकी पॉक्स के गंभीर प्रभाव पडऩे की अधिक संभावना है। मंत्रालय के अनुसार जिनकी इम्युनिटी कम हो, कोमोर्बिडिटी से ग्रसित लोग अधिक जोखिम वाले हैं।
मंकीपॉक्स क्या है : मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था।
इन लक्षणों पर दें ध्यान
- तेज बुखार आ सकता है। सिर में तेज दर्द होना।
- आपको शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन आ सकती है।
- त्वचा पर लाल चकत्ते या फफोले पड़ते हुए दिखाई देना।
- शरीर में लगातार एनर्जी की कमी होना भी इस बीमारी का लक्षण हैं।