मुकेश नैयर हत्याकांड:आरोपियों ने जुर्म कबूलते कहा-मां-बहन की इज्जत की खातिर किया कत्ल
punjabkesari.in Thursday, Mar 12, 2020 - 10:21 AM (IST)

बटाला(बेरी): बटाला पुलिस मुकेश नैयर हत्याकांड के कथित आरोपियों को जेल भेजने हेतु उनका मैडीकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल में लेकर आई तो एक यू-ट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में आरोपी करण व मनी उर्फ माऊ ने खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने किसी भी आतंकवादी या गैंगस्टर गतिविधि को अंजाम नहीं दिया है बल्कि मां-बहन की इज्जत की खातिर उक्त कत्ल किया है।
उन्होंने कहा कि जांच दौरान पुलिस द्वारा उन्हें थर्ड डिग्री टार्चर देकर व करंट लगाकर गैंगस्टर गतिविधि व आतंकी गतिविधि में शामिल होने संबंधी काफी दबाव बनाया परन्तु वह न तो किसी आतंकवादी संगठन से जुड़े हैं और न ही किसी गैंगस्टर संगठन से उनका कोई लेना-देना है। आरोपियों के इस कबूलनामे से पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों में घिर चुकी है क्योंकि पुलिस द्वारा उक्त कत्ल को लूट की वारदात बताया गया था, जो कि आरोपियों के कबूलनामे से लगभग झूठ साबित हो रही है। यहां यह जिक्रयोग्य है कि मुकेश नैयर के कत्ल का इंटरव्यू दौरान खुलासा करते हुए उक्त आरोपियों ने कहा कि मुकेश नैयर उनके घर के पास रहता था और महिलाओं को अश्लील इशारे करता था।
उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने मुकेश नैयर को कई बार समझाया था लेकिन वह उन्हें अपनी ऊंची पहुंच की धमकी देता था जिसके चलते उन्हें कत्ल करने हेतु मजबूर होना पड़ा।यहां यह भी बता दें कि मुकेश नैयर के कत्ल के बाद उसके परिजनों ने उसका शव गांधी चौक में रखकर धरना प्रदर्शन किया था तथा शिव सेना बाल ठाकरे के पंजाब प्रधान योगराज शर्मा की अगुवाई में आरोप लगाए थे कि उनके भाई का कत्ल एक शिव सैनिक का कत्ल है और यह एक गैंगस्टर/आतंकी गतिविधि है जो सुपारी देकर करवाई गई है।
परिवार ने नकारे सभी आरोप
दूसरी तरफ मृतक मुकेश नैयर की पत्नी मीतू नैयर व समूचे परिवार ने आरोपियों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि आरोपी जो बोल रहे हैं उसमें पुलिस की ही कहानी है। उन्होंने कहा कि ये सभी आरोप मुकेश को बदनाम करने व सच्चाई को छुपाने की कोशिश है। परिजनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पुलिस सच्चाई सबके सामने न लेकर आई तो वे आगामी सोमवार को सड़कों पर उतरकर धरना प्रदर्शन करने हेतु मजबूर होंगे। इस दौरान मीतू नैयर व नैयर परिवार के समर्थन में मोहल्ला वासी भी उतर आए और उन्होंने मुकेश को एक धार्मिक प्रवृत्ति वाला व्यक्ति बताते हुए बटाला पुलिस विरुद्ध नारेबाजी की।