वाहन चालकों के लिए बड़ी खबर, अनिवार्य होने जा रहा है ये Rule, ध्यान से पढ़ लें खबर
punjabkesari.in Wednesday, Oct 29, 2025 - 02:21 PM (IST)
चंडीगढ़ (शीना): केंद्र सरकार द्वारा जून 2025 में जारी किए गए ड्राफ्ट नोटिफिकेशन के अनुसार नए नियम का उद्देश्य ड्राईवर और पीछे बैठने वाले दोनों के लिए सड़क सुरक्षा बढ़ाना है। दरअसल जनवरी 2026 से ट्राईसिटी में दोपहिया वाहन पर दोनों सवारियों के लिए दो हेलमेट की सुरक्षा अनिवार्य हो जाएगी। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि केंद्रीय मोटर वाहन (संशोधन) नियम, 2025 के लागू होने की तिथि से तीन महीने के भीतर, दोपहिया वाहन निर्माता दोपहिया वाहन की खरीद के समय भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा निर्धारित विशेषताओं के अनुसार दो सुरक्षात्मक हेलमेट सप्लाई करेगा। दोपहिया वाहन निर्माताओं के लिए ग्राहकों को खरीद के समय दो हेलमेट उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। जिससे दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
वैसे तो बाइक राइडर भी किराए की राईड पर दो हेलमेट का उपयोग करते हैं, लेकिन निजी वाहन चालक और बैटरी स्कूटर चालक हेलमेट नहीं पहनते हैं। इसके साथ ही वे सड़क नियमों का उल्लंघन करते हैं और तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाओं का शिकार भी होते हैं। गौरतलब है कि पंजाब-ट्राइसिटी में बढ़ती दुर्घटनाओं के बीच यह फैसला सड़क सुरक्षा को एक नई दिशा देगा। सड़क हादसों को लेकर पीजीआई के डॉक्टरों का कहना है कि हेलमेट न पहनने की लापरवाही के कारण हर साल सैकड़ों लोगों की जान जाती है।
चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला और जीरकपुर इलाकों में दोपहिया वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या चिंता का विषय बनी हुई है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार सड़क हादसों में मरने वालों में से लगभग 60 प्रतिशत लोग हेलमेट नहीं पहने हुए थे। 2022 में चंडीगढ़ में सड़क हादसों में 83 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 40 दोपहिया वाहन सवार थे। 2023 में यह संख्या घटकर 67 हो गई, लेकिन फिर भी, लगभग हर तीन दुर्घटनाओं में से एक में सिर में चोट लगने की वजह से मौतें हुईं। मोहाली में 2023 में 320 मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 172 दोपहिया वाहन सवार थे।
विशेषज्ञ की राय
पीजीआई मेडिकल कॉलेज के न्यूरोट्रॉमा विभाग के वरिष्ठ सर्जन डॉ. आर.के. शर्मा कहते हैं कि हमारे आपातकालीन विभाग में आने वाले 10 में से 6 मरीजों को सिर में गंभीर चोटें आती हैं। इनमें से ज्यादातर दोपहिया वाहन चालक होते हैं, जो हेलमेट नहीं पहनते। अगर सही हेलमेट पहना जाए, तो 70 प्रतिशत से ज्यादा सिर की चोटों को रोका जा सकता है। डॉ. शर्मा ने यह भी बताया कि मामूली चोट भी मस्तिष्क में आंतरिक रक्तस्राव या सूजन का कारण बन सकती है। ऐसे मामलों में सबसे जरूरी है कि समय पर अस्पताल पहंचें और सिर की चोट को कम न समझें।
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