बटाला के बेरिंग कॉलेज की इमारत के साथ छेड़छाड़ न करने के आदेश

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 09:19 AM (IST)

बटाला(बेरी):पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने राज्य के लोक निर्माण विभाग (पी.डब्ल्यू.डी.) को बेरिंग यूनियन क्रिश्चियन कालेज बटाला की विरासती इमारत को तोड़ने की बजाए बटाला में प्रस्तावित नई सड़क के लिए कोई अन्य रास्ता ढूंढने के सख्त निर्देश जारी कर दिए हैं। 

1 अप्रैल 1878 को बेरिंग स्कूल के तौर पर 140 वर्ष पहले स्थापित किए गए संस्था के खेल मैदान में सड़क बनाने के पी.डब्ल्यू.डी. के प्रस्ताव को लेकर विद्यार्थियों व स्थानीय निवासियों के विरोध का कड़ा नोटिस लेते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस विरासती इमारत को किसी भी तरह से हानि पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों सहित सभी लोगों के हितों की रक्षा हेतु पूरी तरह से कृतसंकल्प है। सरकार ऐसी कोई पहल नहीं करेगी जिससे उनके हितों की क्षति हो।

उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि भविष्य में विकास योजनाओं की शुरुआत करने से पहले इमारतों के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखा जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी प्रैस रिलीज में यह भी बताया गया कि बेरिंग हाई स्कूल को बेरिंग यूनियन क्रिश्चियन कालेज में बदलने की प्रक्रिया 1934-1948 दौरान संपन्न की गई थी और यह कालेज 29 जून 1944 को आधिकारिक तौर पर अस्तित्व में आया, जिसमें लगभग 75 विद्यार्थी मुख्य रूप से हिन्दू, मुस्लिम व सिख समुदाय के थे और भारत के विभाजन के समय बेरिंग कालेज, जो उस समय पूर्वी पंजाब का इकलौता क्रिश्चियन कालेज था, पंजाब के हिस्से में आया। 

तालिबानी सोच को कै. अमरेन्द्र की सूझवान सोच ने नकारा : अश्विनी सेखड़ी
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के कार्यालय द्वारा जारी किए गए प्रैस रिलीज संबंधी पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी ने जहां मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत किया, वहीं कहा कि तालिबानी सोच को मुख्यमंत्री की सूझवान सोच ने नकार दिया है और यह बटाला की जनता, बेरिंग यूनियन क्रिश्चियन एसोसिएशन, समूह क्रिश्चियन भाईचारे, विद्यार्थियों व समाज सेवी संस्थाओं की जीत है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सभा मैंबर प्रताप सिंह बाजवा ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था और उन्होंने भी खुद बेरिंग कालेज के समर्थन में आते हुए प्ले ग्राऊंड से रास्ता न निकालने की प्रशासन को अपील की थी जिसके चलते आज मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा यह कदम उठाया गया है।  

बाजवा ने कैप्टन को कहा ‘शुक्रिया’ 
 कई मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की खुलेआम आलोचना करने की मीडिया में की बयानबाजी के बाद अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा मैंबर प्रताप सिंह बाजवा ने कैप्टन का शुक्रिया किया है।  बाजवा के कैप्टन के प्रति तीखे तेवर बीते दिनों पंजाब भवन में कांग्रेसी सांसदों की हुई मीटिंग के बाद बदले हैं। बाजवा ने अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र का इसलिए शुक्रिया किया है कि उन्होंने क्रिश्चियन भाईचारे से संबंधित बटाला के प्रसिद्ध बेरिंग कालेज के विवाद में दखल देकर मामले को सुलझाया है। बाजवा ने इस मामले को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा बनाकर क्रिश्चियन आंदोलन का समर्थन किया था और रोष जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने लिखे पत्र में कहा था कि इस कार्रवाई के साथ राज्य के अल्पसंख्यक वर्ग में कांग्रेस सरकार का अक्स खराब हो रहा है। 


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swetha

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