पंजाब में प्राइवेट थर्मल प्लांट लगा कर बिजली पैदा करने की मुहिम को एक और बड़ा झटका लगा

punjabkesari.in Friday, Oct 16, 2020 - 09:35 AM (IST)

चंडीगढ़/पटियाला(परमीत): पंजाब में प्राइवेट थर्मल प्लांट लगा कर बिजली पैदा करने की मुहिम को एक और बड़ा झटका लगा जब राजपुरा के बाद अब गोइंदवाल साहिब प्लांट बिक्री के लिए पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड (पावरकॉम) के पास पहुंच गया। पावरकॉम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोइंदवाल साहिब प्लांट चला रही जी.वी.के. कंपनी ने यह प्लांट 4 हजार करोड़ रुपए में पावरकॉम को बेचने की पेशकश की है। इसमें से 3 हजार करोड़ रुपए बैंकों का कर्जा है, जबकि 1 हजार करोड़ कंपनी की इक्विटी है। हालांकि आधिकारित तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी कि कितनी रकम में प्लांट बिकाऊ है, पर पावरकॉम द्वारा प्लांट की खरीद के लिए कमेटी गठित करने की मुहिम ने इस बात की पुष्टि की है। 

पावरकॉम में कल एक सरकारी आदेश जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि नाभा पावर लिमिटेड के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए बनाई गई कमेटी को जी.वी.के. पावर लिमिटेड 540 मैगावाट के कोयला आधारित प्लांट टी.पी.पी. गोइंदवाल साहिब के मूल्यांकन के लिए भी अधिकार दिया जाता है। इस कमेटी के चेयरमैन इंजीनियर वरदीप सिंह मंडेर चीफ इंजीनियर पी.पी.आर. हैं, जबकि मैंबरों में इंजीनियर जयेंदर सिंह ग्रेवाल चीफ इंजीनियर कमर्शियल, इंजीनियर दविंदरपाल गर्ग चीफ इंजीनियर ओ.एंड.एम. गुरु हरिगोबिंद थर्मल प्लांट लहरा मुहब्बत और इंजीनियर भुवेश नौहरिया निगरान इंजीनियर टी.आर. 2 को शामिल किया गया है। 

याद रहे कि पंजाब में इस समय निजी क्षेत्र में 3 थर्मल प्लांट चल रहे हैं, जिनमें राजपुरा, तलवंडी साबो व गोइंदरपाल साहिब प्लांट शामिल है। राजपुरा प्लांट चला रही कंपनी नाभा पावर लिमिटेड ने जुलाई में पावरकॉम को यह प्लांट 10 हजार करोड़ रुपए में बेचने की पेशकश की थी, जिसमें से 7 हजार करोड़ रुपए बैंकों का कर्जा और बाकी का कंपनी की इक्विटी थी। इसी तरीके से अब गोइंदवाल साहिब प्लांट चला रही कंपनी जी.वी.के. ने 4 हजार करोड़ रुपए में प्लांट बेचने की पेशकाश की है। यह बात सूत्रों ने बताई है व पक्ष लेने के लिए सी.एम.डी. को कई बार फोन करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला।


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Sunita sarangal

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