मोरिंडा बेअदबी व अरुणाचल प्रदेश में घटित घटना की प्रो. सरचंद ने की कड़ी निंदा
punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2023 - 06:56 PM (IST)

अमृतसर : भाजपा के सिख नेता एवं राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सलाहकार प्रो. सरचंद सिंह खयाला ने मोरिंडा के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की दिल दहला देने वाली घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सरचंद सिंह ने चिंता और खेद व्यक्त करते हुए सख्त लहजे में कहा कि बेअदबी की दिल दहला देने वाली घटनाएं राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की लापरवाही और संबंधित दोषियों को कड़ी सजा देने में गंभीरता की कमी का परिणाम है।
हमारे लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि एक व्यक्ति जोड़े के साथ गुरुद्वारा कोतवाली साहिब के अंदर जाता है और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का खुलेआम अपमान करता है और अखंड पाठ करने वाले पाठी सिंह को पीटता है। आरोपियों के प्रति सरकार की गैर-संजीदगी के चलते आरोपी व शरारती तत्व बेखौफ होकर जैसी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं, जिससे सिखों का दिल बार-बार टूट रहा है।
प्रो. सरचंद सिंह ने सिखों की प्रमुख धार्मिक संस्था शिरोमणि कमेटी पर भी निशाना साधा और कहा कि शिरोमणि कमेटी ने भी राज्य सरकार की तरह गहरी साजिशों एव घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया।
भाजपा नेता ने राज्य सरकार से बेअदबी करने वाली ताकतों का पर्दाफाश करने का आग्रह किया और चेतावनी भी दी कि अगर घटनाओं को नहीं रोका गया तो पंजाब का माहौल बिगड़ेगा, जिसके लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा देने और जरूरत पड़ने पर सख्त कानून लाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी को पक्षपात से ऊपर उठकर सभी सदस्यों और सिख संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों से जुड़े सिख नेताओं को बिना किसी भेदभाव के सभाओं में शामिल करना चाहिए ताकि चल रही साजिशों एव घटनाओं को रोका जा सके। राज्य में शांति और सांप्रदायिक सदभाव बनाए रखने और श्री गुरु ग्रंथ साहिब, पवित्र गुरबानी पोथियों के रखरखाव पर विशेष ध्यान देने के अलावा, भविष्य में साजिश रचने वाले शरारती तत्वों से सावधान रहने की भी अपील की है।
वहीं अरुणाचल प्रदेश में गुरुद्वारे को बौद्ध धर्मस्थल में बदलने के समाचार पर भी प्रो. सरचंद ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के मेचुका स्थित श्री गुरु नानक देव जी से जुड़े ऐतिहासिक तीर्थस्थल को बौद्ध तीर्थस्थल में बदलने के मामले को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने गंभीरता से लिया है। लालपुरा ने सिख समुदाय से जुड़े इस संवेदनशील और गंभीर मामले की तह तक जाने और इसके समाधान के लिए अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव से तत्काल रिपोर्ट मांगने का आश्वासन दिया है। मीडिया में उक्त मामले की चर्चा छिड़ने के बाद प्रो. सरचंद सिंह ने केंद्र सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री इकबाल सिंह लालपुरा को पत्र लिखकर कहा है कि मेचुका में सिख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के ऐतिहासिक तीर्थस्थल को बौद्ध धर्मस्थल में बदलने के समाचार ने सिखों के दिलों को गहरी चोट पहुंचाई है। किसी भी धर्म के धार्मिक स्थल को दूसरे धर्म के स्थान में परिवर्तित करना नैतिक और संवैधानिक उल्लंघन है।