पंजाब में बड़ा खतरा, जारी हुए Helpline नंबर
punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 06:26 PM (IST)

अमृतसर (नीरज): मौसम विभाग की तरफ से जारी चेतावनी के बाद रावी दरिया में जलस्तर बढ़ने की अशंका है, जिसके चलते लोगों को अलर्ट रहने के आदेश दिए है। आज डी.सी. साक्षी साहनी ने एक बार फिर से रावी दरिया का जायजा लिया, उनके साथ विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल भी मौजूद रहे। रावी दरिया में पानी के स्तर को जांचने के लिए एक गेज भी लगाई गई है। डी.सी. ने बताया कि फिलहाल हालात काबू में हैं, लेकिन फिर भी प्रशासन की तरफ से 24 घंटे रावी दरिया के हालात पर नजर रखी जा रही है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर व अन्य इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और उज्ज दरिया सहित अन्य नालों का सारा पानी रावी में ही आता है।
गौर रहे कि रावी नदी के 23 किनारे बाढ़ के पानी से टूट गए थे, जिसमें से अभी तक चार किनारों को ही जोड़ा जा सका है। डी.सी. ने इलाकावासियों से अपील की है कि दरिया के पास न जाएं और नदी किनारों से दूर रहें। प्रशासन की तरफ से पहले ही जिला स्तर और तहसील स्तर पर हैल्पलाइन नंबर 0183-2229195 और 01858-245510 जारी किया जा चुका है।
कहां-कहां टूटा धुस्सी बांध
रावी नदी का धुस्सी बांध घोनेवाला में तीन स्थान, माछीवाला में चार स्थान, कमालपुर खुर्द में तीन स्थान, दरिया मूसा, रुड़ेवाल, निसोके, कमालपुरकलां में दो स्थान, सिघोके में तीन स्थान, पंजग्राईवाला में तीन स्थान और कोट रजादा में टूट गया था जिनको जोड़ने का काम सेना, अर्धसैनिक बलों, धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं की मदद से किया जा रहा है, इसमें स्थानीय निवासियों की भी मदद ली जा रही है।
फिर से दहशत में लोग
रावी नदी से सटे रमदास व अजनाला के इलाके में लोग फिर से दहशत में है। अभी तक टूटे हुए बांध भी जुड़े नहीं हैं और खेतों में चार से पांच फुट तक रेत व गारा आदि भरा हुआ है, जिसको निकालने का काम जारी है। बाढ़ के पानी से 196 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें सौ प्रतिशत तक धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। खेतों से रेत निकालने के बाद ही गेहूं की फसल की बीजाई शुरु की जा सकती है। ऐसे में यदि फिर से पानी आ गया तो हालात और यादा खराब हो सकते हैं। कुछ लोग तो अपना सामान फिर से घरों की छत्तों पर शिट कर रहे हैं, ताकि यादा नुक्सान से बचा जा सके।
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