Punjab : लुधियाना में किसानों का रेल रोको आंदोलन, रवनीत बिट्टू को लिया आड़े हाथों
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2024 - 07:19 PM (IST)
लुधियाना (अनिल, शिवम) : भारतीय किसान मजदूर यूनियन पंजाब और भारतीय किसान यूनियन दोआबा की तरफ से आज साहनेवाल के रेलवे स्टेशन पर 3 घंटे के लिए रेल रोक कर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया गया। इसकी अगुवाई कर रहे भारतीय किसान मजदूर यूनियन पंजाब के प्रधान दिलबाग सिंह गिल और भारतीय किसान यूनियन दोआबा के मालवा जोन प्रधान इंद्रवीर सिंह कादिया ने केंद्र सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांगों को नहीं माना गया तो उसका अंजाम केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज खन्नौरी बार्डर पर पिछले 23 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे किसान यूनियन के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में पंजाब की सभी किसान यूनियन द्वारा 3 घंटे के लिए रेल रोकने का जो अल्टीमेट दिया गया था, उसके चलते आज उनकी यूनियन द्वारा रेलवे स्टेशन पर 3 घंटे के लिए शांतमयी ढंग से रेल रोकी गई है। उन्होंने कहा कि अगर किसान यूनियन के नेता जगजीत सिंह डलेवाल को भूख हड़ताल के दौरान कुछ हो जाता है तो उसका भुगतान केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार किसानो की मांगों को पूरा नहीं करती है तो इसका भुगतान केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा।
वहीं इस दौरान किसान नेताओं ने मंत्री रवनीत बिट्टू को खुला चैलेंज देते हुए कहा कि अगर वह किसानों के पक्ष में है तो केंद्र सरकार से बातचीत करके किसानो की मांगों के समर्थन का केंद्र सरकार का लिखा हुआ लेटर लेकर खनोरी बॉर्डर पर आए ताकि किसानों को भी पता चल सके कि रवनीत बिट्टू किसानों के पक्ष में है या किसानों के विरोध में। उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले रवनीत बिट्टू बड़े-बड़े वादे कर रहा था कि वह किसानों के साथ बात करने के लिए लाल कार्पेट बिछा कर उनके पास आएगा और उनकी सभी मांगों को केंद्र सरकार से पूरा करवाएंगे। परंतु जिस दिन से रवनीत बिट्टू केंद्र सरकार में राज्य मंत्री के पद पर बैठा हुआ है उसके बाद रवनीत बिट्टू ने किसानों के हक में कोई भी बात नहीं की है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावे करने वाला रवनीत बिट्टू केवल अपने प्रधानमंत्री मोदी को खुश करने के लिए बातें कर रहा है परंतु आज तक रवनीत बिट्टू ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे यह साबित हो सके कि रवनीत बिट्टू किसानों की किसानों की किसी मांग को पूरा किया हो।