3 महीने के लॉकडाऊन के बावजूद पंजाब सरकार कोरोना के इलाज में विफल रही: विनीत जोशी

punjabkesari.in Wednesday, Jun 24, 2020 - 09:19 AM (IST)

चंडीगढ़ (शर्मा): पंजाब की कांग्रेस सरकार ने 23 मार्च को कोरोना महामारी रोकने के लिए लॉकडाऊन लागू कर दिया था, बाद में कर्फ्यू लगा दिया, अब तक लगभग 90 दिनों में पंजाब सरकार हर स्तर पर फेल हुई है। यह कहना है भाजपा पंजाब के वरिष्ठ नेता विनीत जोशी का।

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू के कोरोना के इलाज के बड़े-बड़े दावों की हवा सिर्फ यह दो सबूत ही निकाल रहे हैं, पहला श्री हजूरी रागी भाई निर्मल सिंह खालसा की फोन रिकॉडिंग जिसमें वह अपने बेटे को अमृतसर में पंजाब सरकार के गुरु नानक हॉस्पिटल में हो रहे उनके इलाज का बुरा हाल बताते हैं, दूसरा कोरोना पॉजीटिव पंजाब पुलिस के ए.एस.आई. ने लुधियाना के 2 सरकारी अस्पतालों में अपने इलाज को यातनापूर्ण अनुभव बताते हुए इसकी शिकायत लुधियाना के कमिश्नर को लिखित में की है।जोशी ने पंजाब के मुख्यमंत्री से मांग की कि अगर वह पंजाब में कोरोना के इलाज के लिए सच में फिक्रमंद हैं तो तुरंत पंजाब की सेहत सुविधाओं का हाईकोर्ट की जज की निगरानी में मैडीकल ऑडिट करवाएं ताकि उसमें उजागर होने वाली कमियों का सुधार कर आने वाले महीनों में कोरोना पीड़ितों का बिना दुख-तकलीफ के इलाज हो सके। 

जोशी ने पंजाब सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोरोना के इलाज के लिए जरूरी मैडीकल इंफ्रास्ट्रक्चर, सामान तथा माहिरों की जरूरत है और पंजाब के 22 जिले तथा 44 तहसील अस्पतालों में इन तीनों की कमी है। सबसे जरूरी वैंटीलेटर युक्त आई.सी.यू. जिले के अधिकतर अस्पतालों में नहीं हैं। जिन अस्पतालों में वैंटीलेटर हैं तो उन्हें चलाने के लिए माहिर डाक्टर नहीं हैं।  सरकारी मैडीकल कालेज पटियाला, अमृतसर और फरीदकोट के साथ-साथ राजिंद्रा हॉस्पिटल पटियाला, सिविल हॉस्पिटल बठिंडा, जालंधर के डाक्टर, होम्योपैथी एवं आयुर्वैदिक सरकारी डाक्टर मास्क, ग्लब्ज, पी.पी.ई. किट, सैनेटाइजर न होने की शिकायत कर रहे हैं। इसके अलावा पंजाब के बड़े शहरों लुधियाना, पटियाला, अमृतसर, बठिंडा के सिविल अस्पतालों के आइसोलेशन वार्डों का बुरा हाल है। 
 


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