पंजाब के लिए खतरे की घंटी! Emergency टीमें तैनात, हालात पर 24 घंटे नजर

punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 12:12 PM (IST)

चंडीगढ़: जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने कहा कि सरकार ने पंजाब में बाढ़ जैसी किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए हैं। एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने राज्य भर में चल रही तैयारियों की समीक्षा की और मौजूदा बाढ़ नियंत्रण उपायों व संभावित आपातकालीन हालात से निपटने के लिए विभाग की तैयारियों का जायज़ा लिया।

कैबिनेट मंत्री को बाढ़ सुरक्षा उपायों और संवेदनशील क्षेत्रों के लिए विस्तृत योजना की जानकारी दी गई। उन्होंने विशेष रूप से निचले और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सख्त निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कंट्रोल रूम को पूरी तरह सक्रिय रखने और अति-संवेदनशील इलाकों में आवश्यक मशीनरी व संसाधनों के साथ आपातकालीन टीमों की तैनाती के निर्देश जारी किए। जनता को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मंत्री को जानकारी दी गई कि सरकार ने विभिन्न बाढ़ नियंत्रण पहलों पर लगभग 230 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। एसडीएमएफ, मनरेगा और विभागीय अमलों द्वारा कुल 599 प्रोजेक्ट पूरे किए जा चुके हैं, जिनमें विभागीय मशीनरी और ठेकेदारों के माध्यम से 4,766 किलोमीटर लंबी ड्रेनों, नदियों और नालों की सफाई, साथ ही नदियों के तटबंधों को मजबूत करना शामिल है।

अधिकारियों ने बताया कि 1,044 चेक डैम और 3,957 सोख गड्ढे भी बनाए जा रहे हैं। साथ ही 53,400 बांस के पौधे और 294 किलोमीटर क्षेत्र में वेटीवर घास भी लगाई गई है। विभाग ने 7.79 लाख सैंड बैग खरीदे हैं, जिनमें से करीब 4 लाख बैग पहले ही भरे जा चुके हैं, जो सभी जिलों में आपात स्थिति से निपटने के लिए रणनीतिक रूप से रखे गए हैं। इसके अलावा, विभाग ने पहली बार जंबो बैग भी खरीदे हैं, जो बाढ़ के समय तटबंधों में दरारों को जल्द भरने में मदद करेंगे। फील्ड अधिकारियों और इंजीनियरों से बातचीत करते हुए कैबिनेट मंत्री ने नदियों और नालों में पानी के स्तर की समीक्षा की जानकारी ली, साथ ही ड्रेनों की सफाई, तटबंधों की मजबूती और विभागीय कामकाज की प्रगति पर भी नजर डाली।

उन्होंने कहा कि सरकार हालात पर पूरी नजर रखे हुए है और मानसून सीजन के दौरान किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। 2023 के कठिन अनुभवों को इस बार की योजना में शामिल किया गया है। प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि पूरे हो चुके और जारी प्रोजेक्ट्स की निगरानी के लिए जिला व सर्कल स्तर पर साप्ताहिक बैठकें की जा रही हैं। उन्होंने ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे स्टाफ की समर्पण भावना की सराहना की और उनसे मानसून सीजन के दौरान इसी तनमयता से सेवा जारी रखने की अपील की। इस मौके पर मुख्य अभियंता (ड्रेनेज-कम-माइनिंग) हरदीप सिंह महिंदीरत्ता और जल संसाधन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vatika

Related News