पंजाब: Students के लिए बड़ी खबर, सिलेबस होने जा रहा Update

punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 06:37 PM (IST)

पटियाला/सनौर (मनदीप जोसन): पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला विद्यार्थियों के समय के साथ अपडेट रखने के लिए आने वाले समय में चल रहे सिलेबस को अपडेट कर सकती है। पी. यू. के नव-नियुक्त वाइस चांसलर डॉ. जगदीप सिंह ने विशेष बातचीत में कहा कि उनका विजन है कि विद्यार्थी यहां से पढ़कर जाएं और उन्हें यहाँ नौकरी मिले, जिससे हमारी पढ़ाई सफल हो जाए। वाइस चांसलर डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि आज का समय बहुत आगे बढ़ चुका है। इंडस्ट्री नई-नई तकनीकें ला रही है। उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बताया कि आज की जरूरत है कि शैक्षणिक संस्थानों के विभिन्न कोर्सेस को संबंधित इंडस्ट्री के अनुरूप चलाया जाए ताकि जमीनी और व्यवहारिक स्तर पर इंडस्ट्री की जरूरतें समझकर उसी के अनुसार शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके।

उन्होंने कहा कि इस दिशा में काम करने के लिए संबंधित इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों को बोर्ड ऑफ स्टडीज़ में शामिल किया जाएगा ताकि पाठ्यक्रम बनाते समय उनकी पेशेवर सलाह का लाभ लिया जा सके। ऐसा होने से शैक्षणिक संस्थानों और संबंधित इंडस्ट्री के बीच की खाई पूरी हो सकेगी और ऐसा सिलेबस तैयार होगा, जिसे पढ़कर विद्यार्थी आसानी से रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इसी मकसद से इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार छोटे-छोटे सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किए जा सकते हैं।

कैलेंडर में भी हो सकता है सुधार

वाइस चांसलर डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि पंजाबी यूनिवर्सिटी अपने कैलेंडर के आधार पर काम करती है। यूनिवर्सिटी में सुधार लाने के लिए यदि कैलेंडर में कोई बदलाव करना पड़ेगा तो वह भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुधार के लिए जो भी करना होगा, वह करेंगे। इसलिए यूनिवर्सिटी के अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारी इस बात के लिए तैयार रहें।

नए तकनीकी कोर्स भी शुरू करेंगे

डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी आने वाले समय में और अधिक तकनीकी कोर्स शुरू करेगा ताकि यहां से निकलने वाले विद्यार्थियों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि तकनीकी कोर्सों की आज बहुत जरूरत है। हर विद्यार्थी 12वीं के बाद परेशान हो उठता है कि वह किस दिशा में जाए। उन्होंने कहा कि केवल कुछ प्रतिशत ही विद्यार्थी इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसे महंगे कोर्स कर सकते हैं, लेकिन हमारे गांवों में बहुत से विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्हें अगर 12वीं के बाद तकनीकी कोर्स करवाए जाएं तो वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे इस विजन पर भी काम कर रहे हैं।

वित्तीय संकट को हल करने के लिए फालतू खर्च कम किए जाएंगे

पंजाबी यूनिवर्सिटी को वर्तमान में सरकार लगभग 33 करोड़ प्रति माह दे रही है। यूनिवर्सिटी का खर्च 40 करोड़ से ज्यादा है। यूनिवर्सिटी मुश्किल से हर महीने का खर्च निकालता है। इसलिए वाइस चांसलर चाहते हैं कि वित्तीय खर्चों को कम किया जाए। इस संबंध में एक समिति भी बनाई जाएगी।

64 विभागों का व्यक्तिगत दौरा और जांच करेंगे वी. सी.

वाइस चांसलर ने कहा कि वे पंजाबी यूनिवर्सिटी के 64 विभागों का दौरा करेंगे। विभाग का दौरा करने का मतलब केवल फॉर्मैलिटी पूरी करना नहीं है। वे अकेले- अकेले विभागों का दौरा और जांच करेंगे। विभाग के अध्यापकों, विद्यार्थियों और अन्य स्टाफ की समस्याओं को भी सुनेंगे और हल करेंगे। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को चलाने के लिए इसके हर कोने की जानकारी जरूरी है।

सुधार के लिए कई कड़े कदम उठाने की तैयारी

डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि कुछ नॉन-टीचिंग कर्मचारियों और कुछ अध्यापकों की शिकायतें आ रही हैं कि वे ठीक से काम नहीं करते। जो काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और अच्छे लोगों को सम्मान भी मिलेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी अध्यापकों और कर्मचारियों से सलाह दी कि वे एक-दूसरे की गलतियां निकालना बंद करें और यूनिवर्सिटी की बेहतरी के लिए काम करें।

कर्मचारियों से अपील: धरनों को छोड़कर आगे आएं

डॉ. जगदीप सिंह ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे धरनों जैसी हरकतें छोड़कर यूनिवर्सिटी को आगे बढ़ाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी कुछ ही दिन हुए हैं और वे चाहते हैं कि कर्मचारी खुद यूनिवर्सिटी की बेहतरी के लिए काम करें। वे धीरे-धीरे उनकी समस्याएं भी हल करेंगे। डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी कर्मचारियों की ही है। उन्हें सेवा निवृत्ति तक यहां रहना है। वाइस चांसलर को सरकार तीन साल के लिए भेजती है और वे तीन सालों में इसे बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। यदि कर्मचारियों का साथ मिला तो यूनिवर्सिटी को जीवंत किया जा सकता है।

वाइस चांसलर का ऐलान: मैं और मेरी पत्नी मुफ्त करेंगे पेपर चेकिंग

डॉ. जगदीप सिंह ने हाल ही में परीक्षा शाखा की जांच की है। परीक्षा शाखा की लगातार शिकायतें आती रहती हैं। इसलिए वे इसे सुधारना चाहते हैं और आने वाले दिनों में परीक्षा शाखा उनकी प्राथमिकता रहेगी। डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि वे उन अध्यापकों को पेपर जांचने के मानदेय जल्दी भेज रहे हैं।  वाइस चांसलर ने बताया कि वे खुद जीवविज्ञानी हैं और उनकी पत्नी भी प्रोफेसर हैं, वे दोनों विद्यार्थियों के पेपर पूरी तरह मुफ्त जांचने का प्रस्ताव दे चुके हैं और ऐसा कर दिखाएंगे। यूनिवर्सिटी की बेहतरी के लिए वे हमेशा तैयार हैं। हर बात को पैसों से नहीं तौला जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में परीक्षा शाखा का ऐसा सिस्टम तैयार किया जाएगा जिससे परिणाम तेजी से आएंगे और परिणामों के लिए सभी को टाइम बाउंड किया जाएगा।

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News Editor

Kalash

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