‘सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी’ : दर्जन से अधिक स्कूल वाहनों के कटे चालान, दी ये चेतावनी
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 03:03 PM (IST)
नवांशहर (त्रिपाठी) : माननीय पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशों और डिप्टी कमिश्नर अंकुरजीत सिंह (आई.ए.एस.) और जिला प्रोग्राम ऑफिसर जगरूप सिंह के निर्देशों के अनुसार, जिला बाल संरक्षण अधिकारी कंचन अरोड़ा के नैतृत्व वाली टीम के सहयोग से, नवांशहर जिले में सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी के तहत विभिन्न स्कूलों के स्कूल वाहनों की संयुक्त रूप से जांच की गई और स्कूल बसों के ड्राइवरों को सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी की शर्तों के बारे में बताया गया।
इस अभियान के दौरान, लगभग 6 स्कूलों की कुल 19 स्कूल बसों के दस्तावेजों की जांच की गई और सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी की शर्तों का उल्लंघन करने वाली 2 स्कूल बसों का चालान भी काटा गया (फर्स्ट एड बॉक्स में जरूरी दवाएं न होने, स्कूल बस ड्राइवर की यूनिफॉर्म न पहनने और सीट बैल्ट न पहनने के लिए)।
इस मौके पर टीम ने स्कूल वाहनों के ड्राइवरों को साफ किया कि जिला बाल संरक्षण कार्यालय समय-समय पर स्कूल प्रिंसीपलों और स्कूल वाहनों के ड्राइवरों को सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी के बारे में जानकारी दे रहा है, जैसे कि सी.सी.टी.वी. कैमरे, खिड़कियों पर लोहे की ग्रिल, फर्स्ट एड बॉक्स, महिला कंडक्टर, स्कूल यूनिफॉर्म पहने बस ड्राइवर, सीट बैल्ट पहनना, स्कूल बस की क्षमता से ज्यादा लोगों को न बिठाना आदि।
इसके अलावा, स्कूल बस ड्राइवरों के पास वाहन के सभी दस्तावेज भी पूरे होने चाहिए ताकि उन्हें किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। इस मौके पर गौरव शर्मा बाल संरक्षण अधिकारी (आईसी) ने आम जनता से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों को स्कूल बसों में भेजने से पहले स्कूल बसों का निरीक्षण करें ताकि वे अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
इसके साथ ही, उन्होंने स्कूल बस ड्राइवरों को चेतावनी दी कि सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी का उल्लंघन करने पर बसों को रोकने या चालान काटने में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। सभी ड्राइवरों को सड़क पर बसें लाने से पहले अपने और अपनी बसों के दस्तावेज तैयार रखने चाहिए। इस मौके पर टीम में गौरव शर्मा (बाल संरक्षण अधिकारी, आईसी), शिक्षा विभाग से शिक्षक सुशील कुमार, पुलिस विभाग से ट्रैफिक इंचार्ज सुभाष चंद्र ए.एस.आई., ए.एस.आई. दिलावर सिंह, ए.एस.आई. कमलजीत सिंह और रविंदर कौर के साथ जिला बाल संरक्षण इकाई का स्टाफ शामिल था।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

