350वीं शहादत समारोह रद्द होने से भड़के SGPC प्रधान, जांच की चेतावनी
punjabkesari.in Monday, Oct 27, 2025 - 01:56 PM (IST)
पंजाब डेस्क : श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत की 350वीं शताब्दी को समर्पित सेमिनार को पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ द्वारा रद्द किए जाने के फैसले ने धार्मिक और अकादमिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस कदम को "सिख-विरोधी और विचारों की स्वतंत्रता पर हमला" करार दिया है।
धामी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत सिख इतिहास का अत्यंत पवित्र अध्याय है, और इस पर चर्चा या सेमिनार को रोकना असहिष्णुता का प्रतीक है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन सिख विद्वानों और छात्र संगठनों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है।
एसजीपीसी प्रमुख ने कहा, “जब पूरी सिख कौम श्रद्धा और भावनाओं से गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की 350वीं वर्षगांठ मना रही है, तब इस तरह का कदम बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और असंवेदनशील है। विश्वविद्यालय प्रशासन को इस आयोजन में सहयोग देना चाहिए था, न कि उसे रोकना।”
धामी ने केंद्र और पंजाब सरकार दोनों से इस घटना का संज्ञान लेने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी चेतावनी की कि एसजीपीसी अपनी स्तर पर इस पूरे मामले की जांच करेगी और यदि जरूरत पड़ी तो कानूनी कदम भी उठाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब यूनिवर्सिटी ने एक छात्र संगठन द्वारा प्रस्तावित सेमिनार को “प्रशासनिक कारणों” का हवाला देते हुए रद्द कर दिया था, जिसके बाद यह विवाद तेज हो गया।
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