फिर Controversy में Jalandhar Civil Hospital, चौंकाने वाला हुआ खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2024 - 12:44 PM (IST)

जालंधर : प्रदेश के सबसे बडे़ सिविल अस्पताल में इन दिनों हालात खराब हो चुके हैं, मरीजों को बेहतर सेहत सुविधाएं देने के अस्पताल अधिकारियों के दावे फेल साबित हो चुके हैं। अस्पताल में जरूरतमंद लोग उपचार करवाने के लिए आते और वह मरीजों को कंधे पर उठाकर इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर हैं। उनकी सुनने वाला भी कोई नहीं है। लोगों का कहना था कि सिविल अस्पताल में कभी भी सुधार नहीं हो सकते, आम आदमी पार्टी की सरकार के राज में भी पिछली सरकारों वाले हालात देखने को मिल रहे हैं।लोगों की समस्याओं की हकीकत जानने हेतु ‘पंजाब केसरी’ की टीम ने सिविल अस्पताल का दौरा किया तो हालात चौंकाने वाले थे।

civil hospital jalandahr

टीम ने देखा कि एक व्यक्ति जिसका नाम राजन है और गिरने से उसकी चूल्हा फैक्चर हो गया। उसके परिवार वाले इस आस से सिविल अस्पताल दोपहर 3 बजे के बाद लेकर पहुंचे कि मरीज का उपचार बढ़िया होगा, लेकिन जैसे ही उसे एक्सरे विभाग भेजा गया ताकि वह अपना एक्सरे करवा सके। वहां शर्मनाक बात यह देखने को मिली कि मरीज को व्हील चेयर या फिर स्ट्रैचर ही नहीं दिया गया। उसके परिजनों ने स्टाफ की मिन्नतें की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिर में थक हार कर वह अपने मरीज को खुद उठाकर एक्सरे विभाग में ले गए। मरीज का एक्सरे करवाने के बाद एक्सरे विभाग वालों से व्हील चेयर मांगी, वहां भी चेयर नहीं मिली तो बेचारे परिजन मरीज को उठाकर ही बाहर लेकर जाते दिखे। यह देख अस्पताल में बाकी मौजूद लोग अस्पताल प्रशासन को कोसते नजर आ रहे थे।

स्टाक में है मौजूद सामान, लेकिन वी.आई.पी. दौरे पर किया जाता है यूज

मरीज को उठाकर लेकर जाने वाले दृश्य को देख वही एक ईमानदार अस्पताल स्टाफ ने खुलासा करते हुए बताया कि अस्पताल के स्टाक में व्हील चेयर, स्ट्रैचर मौजूद हैं, लेकिन अधिकारी जब अस्पताल में कोई वी.आई.पी. दौरे पर आए तब ही स्टोर से व्हील चेयर, स्ट्रैचर बाहर निकालते हैं। इसके बाद दोबारा से व्हील चेयर, स्ट्रैचर को स्टोर में लाक करके रख दिया जाता है।

व्हील चेयर, स्ट्रैचर और कम्बल तक दिए थे अस्पताल वालों को कहा गए : सुरिंदर सैनी

वही रोगी कल्याण समिति मैंबर तथा शहीद बाबू लाभ सिंह ट्रस्ट के सैक्रेटरी सुरिंदर सैनी जोकि सिविल अस्पताल में काफी सालों से मरीजों की सेवा के लिए फंड लाते हैं, का कहना था शहीद बाबू लाभ सिंह ट्रस्ट की ओर से 2 से 3 लाख तक खर्च करके उन्होंने अस्पताल प्रशासन को व्हील चेयर, स्ट्रैचर देने के साथ 100 गर्म कम्बल तक दिए थे, लेकिन वह कहां गए पता नहीं। सर्दी में मरीज घरों से कम्बल लाने को मजबूर हो रहे हैं। सैनी ने कहा कि दरअसल सारा सामान स्टोर में रखा जाता है और उक्त सामान भी वह जल्दी मरीजों को नहीं देते हैं।

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News Editor

Urmila

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