मोबाइल टावर लगाने पर मोहल्ला वासियों ने की नारेबाजी

punjabkesari.in Saturday, Aug 25, 2018 - 10:24 PM (IST)

बरनाला(ब्यूरो): कस्बा भदौड़ के वार्ड नंबर-1 के रिहायशी क्षेत्र में निजी कंपनी के मोबाइल टावर लगाने के कारण मोहल्ला वासियों ने प्रशासन के विरुद्ध जबरदस्त नारेबाजी की। वार्ड नंबर-1 के वासी हरप्रीत सिंह, सतनाम सिंह, पाली सिंह, कुलदीप सिंह, जसपाल सिंह, अंग्रेज सिंह, जसविंदर कौर, चरनजीत कौर, शिंदर कौर, रानी कौर, अजय सिंह, रछपाल कौर, लाभ सिंह व सतनाम सिंह ने बातचीत करते हुए कहा कि जीओ कंपनी द्वारा हमारे रिहायशी क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाया जा रहा है। हम यह टावर किसी भी कीमत पर नहीं लगने देंगे। 

उन्होंने कहा कि इस टावर में से निकलने वाली किरणों के साथ हम भयानक बिमारियों की चपेट में आ जाएंगे, परंतु नगर कौंसिल के अधिकारियों द्वारा वार्ड-1 के रिहायशी क्षेत्र में जीओ कंपनी को मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी दे दी गई है जोकि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि इस मोबाइल टावर के विरुद्ध लिखित रूप में दख्र्वास्त दे दी है। इसके इलावा जिला बरनाला के डिप्टी कमिश्नर को भी एक दरख्वास्त दे दी है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने रिहायशी क्षेत्र में लग रहे मोबाइल टावर को बंद न करवाया तो हम तीव्र संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। इस मौके पर टकसाली कांग्रेसी और शहरी प्रधान नाहर सिंह औलख व अशोक कुमार एम.सी. उपस्थित थे। 

क्या कहना है मोबाइल टावर लगने वाले स्थान के मालिक का
मोबाइल टावर लगने वाले स्थान के मालिक नरोत्तम बब्बी से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि जीओ कंपनी का मोबाइल टावर मेरी जगह में लग रहा है। उन्होंने कहा कि हमने इस संबंधी नगर कौंसिल भदौड़ से एन.ओ.सी. सर्टीफिकेट लेकर मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी ली हुई है जिसको हमने मोहल्ला वासियों को भी दिखा दिया था। अगर मोहल्ला वासी इस टावर का विरोध करते हैं तो इस संबंधी मोबाइल कंपनी वाले स्वयं यह बात निपटा लेंगे।

क्या कहना है नगर कौंसिल भदौड़ के कार्यसाधक अफसर का
जब इस संबंधी नगर कौंसिल भदौड़ के कार्यसाधक अफसर से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जीओ कंपनी द्वारा हमारे पास मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी ली है जब उनसे यह पूछा कि क्या आपने मोबाइल टावर लगने वाले स्थान का दौरा किया तो उन्होंने जवाब दिया कि हमने अपना क्लर्क भेजा था जिसने रिपोर्ट बनाकर दी है, उसी के आधार पर ही मंजूरी दी गई है। 


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Des raj

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