कैप्टन की मिलीभगत से जहरीला हो रहा है पानी, अकाली दल शुरू करेगा संघर्ष

punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 09:27 AM (IST)

पंजाब के दरियाओं को जहरीला करने के मामले पर अकाली दल जंग छेडऩे की तैयारी में है। पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि 28 मई को होने वाले शाहकोट उपचुनाव के बाद इस मामले को लेकर पार्टी की कोर कमेटी मीटिंग बुलाई जाएगी और इस मुद्दे पर अकाली दल संघर्ष शुरू करेगा। सुखबीर के मुताबिक कैप्टन अमरेंद्र सिंह की आरोपियों को शह और मिलीभगत के साथ ही राज्य का पानी जहरीला हो रहा है। पंजाब केसरी के पत्रकार रमनदीप सिंह सोढी के साथ खास बातचीत दौरान सुखबीर बादल ने आने वाले लोकसभा चुनाव के अलावा आम आदमी पार्टी के राजनीतिक भविष्य और कैप्टन सरकार की कारगुजारी पर भी जमकर निशाने साधे। पेश है पूरी बातचीत- 

प्रश्न- आप शाहकोट चुनाव लड़ रहे हो, क्या गांवों में पार्टी को दोबारा मौका मिल रहा है?
उत्तर- अकाली दल को पहले भी मौका मिला था। दरअसल पिछले विधानसभा चुनाव दौरान कांग्रेस की ओर से किए गए गलत प्रचार के चलते लोग झांसे में आ गए थे। कांग्रेस ने घर-घर जाकर लोगों को इंस्पैक्टर और डी.एस.पी. लगाने के फार्म भरे। कर्ज माफ करने की बातें कीं परन्तु ये सब कुछ झूठ निकला। लिहाजा लोगों को अकाली दल से उम्मीद नजर आ रही है क्योंकि लोगों ने 2007 से लेकर 2017 तक के 10 साल दौरान अकाली दल का कामकाज देखा है और अब उस काम की तुलना पिछले सवा साल के कामकाज के साथ हो रही है। शाहकोट उपचुनाव का दूसरा बड़ा राजनीतिक प्रभाव यह होगा कि आम आदमी पार्टी का पंजाब में राजनीतिक तौर पर भोग पड़ जाएगा। जिस पार्टी ने शाहकोट में 40 हजार वोट प्राप्त किए थे अब उसकी इस सीट पर जमानत जब्त होगी।  कांग्रेस में इस समय लीडरशिप का संकट चल रहा है और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को काटने में लगे हुए हैं। कांग्रेस सिर्फ धक्का करके यह चुनाव जीत सकती है नहीं तो लोगों का रुझान कांग्रेस की तरफ नहीं है। यही कारण है कि सरकार की तरफ से बी.डी.ओ. के जरिए सरपंचों को नोटिस भिजवाए जा रहे हैं। दुकानदारों को धमकी दी जा रही है। पुलिस केस दर्ज किए जा रहे हैं और लोगों को कांग्रेस के हक में वोट करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। 

प्रश्न- शाहकोट में अद्र्धसैनिक बल लगाने की आपकी मांग को तो कैप्टन ने मान लिया है, फिर आपको क्या शिकायत है?
उत्तर- मुझे दिखाओ शाहकोट में कौन से अद्र्धसैनिक बल घूम रहे हैं। हमने हर बूथ पर वीडियोग्राफी की मांग की थी, वह वीडियोग्राफी कहां है। सरकार के अफसर लोगों को धमका रहे हैं। जालंधर में बैठ कर अफसरों की बैठकें हो रही हैं और शाहकोट के गांवों के साथ संबंध रखते सरकारी कर्मचारियों को अपने-अपने गांव भेज कर वोट डलवाने के लिए कहा जा रहा है। ऐसा न करने की सूरत में उनको डिसमिस करने की धमकी दी जा रही है। 

प्रश्न- पार्टी में ‘आप’ नेताओं को शामिल करने के साथ अकाली कार्यकत्र्ता नाराज नहीं होगा?
उत्तर- अकाली दल का वर्कर ही इन ‘आप’ नेताओं को अकाली दल में लेकर आ रहा है। लिहाजा अकाली नेताओं की नाराजगी का सवाल ही पैदा नहीं होता। दरअसल सवाल तो यह होना चाहिए कि ये नेता विधानसभा में तीसरे नंबर की पार्टी में शामिल क्यों हो रहे हैं। कोई नेता पहले नंबर की पार्टी कांग्रेस में क्यों नहीं जा रहा या दूसरे नंबर की पार्टी आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए नेताओं की लाइन क्यों नहीं लग रही। अकाली दल में लोगों को भरोसा है। अकाली दल मुद्दों पर स्टैंड लेने वाली पार्टी है, हमने काम करके दिखाया है और भविष्य अकाली दल का है। लिहाजा अकाली दल में शामिल होने की होड़ लगी हुई है। आप देखो, शाहकोट में न तो कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ नजर आ रहे हैं और न ही आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान भगवंत मान का कोई अता-पता है। अकाली दल और दूसरे पाॢटयों के बीच यही फर्क है। 

प्रश्न- ब्यास को जहरीला करने के मामले में आपका क्या स्टैंड है?
उत्तर- यदि कोई किसी को जहर दे दे तो उस पर कत्ल या इरादा कत्ल का पर्चा दर्ज होता है। सरकार के करीबियों की यह मिल पिछले लंबे समय से हजारों लोगों को जहर बांट रही है। इन पर भी ऐसा ही पर्चा दर्ज होना चाहिए और सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इन लोगों ने अपनी मिलों के गंदे पानी का ट्रीटमैंट करने के लिए प्लांट इस करके नहीं लगाए क्योंकि यह महंगा पड़ता है। लिहाजा जहरीला पानी दरिया में फैंका जा रहा है। मिल के मकान मालिकों के रिश्तेदार सरना रा’य सरकार के धार्मिक सलाहकार हैं और इनको कैबिनेट रैंक मिला हुआ है। सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करके मिल मालिकों को अंदर करना चाहिए ताकि दूसरे लोगों के लिए उदाहरण बन सके। कैप्टन उनको अंदर करने की बजाय उलटा बचा रहे हैं और पर्यावरण मंत्री इस मामले में मौन बैठे हुए हैं।

प्रश्न- अकाली दल के कार्यकत्र्ता के साथ धक्केशाही के मसले पर तो आप सड़क पर भी रात गुजारते हो परन्तु पानी के मसले पर कोई हरकत क्यों नहीं?
उत्तर- हम इस समय उपचुनाव के दौर में से गुजर रहे हैं। शाहकोट उपचुनाव 28 मई को समाप्त होगा और इसके तुरंत बाद मैं पानी के मुद्दे पर पार्टी की कोर कमेटी मीटिंग बुलाऊंगा। हम इस मुद्दे पर संघर्ष शुरू करेंगे। 

प्रश्न- आपकी सरकार के समय पर मिलों के ट्रीटमैंट प्लांट क्यों नहीं लगवाए गए?
उत्तर- अकाली दल की सरकार के समय मिलों को इस तरह खुली छूट नहीं दी गई। हमने पंजाब का पानी साफ रखने के लिए 1500 करोड़ रुपए के ट्रीटमैंट प्लांट लगाए। हमारे समय में कभी मक्खी भी नहीं थी मरी। अब हजारों मछलियां मर रही हैं। इसके अलावा पीने वाला पानी विषैला हुआ है जिससे मानवीय जिंदगी को नुक्सान होगा। 

प्रश्न- क्या कांग्रेस के नाराज विधायक आपके संपर्क  में थे?
उत्तर- मेरे संपर्क में तो हर कोई रहता है और कई मेरे साथ भी चलते-फिरते हैं। कांग्रेस के विधायक दुखी हैं क्योंकि वे लोगों का काम नहीं करवा पा रहे। उन्होंने जनता के साथ झूठ बोला था, आप लोकसभा चुनाव में इसका नतीजा देखेंगे। यह पहली बार होगा कि पंजाब में कांग्रेस को 13 की 13 सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ेगा और अकाली-भाजपा गठबंधन पंजाब की सभी सीटों पर जीत हासिल करेगा।


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