शिअद अपने निजी हित्तों के कारण ही हुआ बर्बाद: सुखदेव ढींडसा

punjabkesari.in Tuesday, Dec 15, 2020 - 03:49 PM (IST)

तपा मंडी (मेशी, हरीश): शिरोमणि अकाली दल कभी अकाल को मानने वालों का दल होता था, जिसे निजी हित्तों से ज्यादा पंथक हित्तों पर गर्व होता था, परंतु आज अकाली दल पर उन लोगों का कब्जा है जो पंथ से पहले अपने निजी हित्तों को पहल देते है। यही कारण है कि अकाली दल अपने अस्तित्व को बचाने के लिए तरलोमच्छी हो रहा है। इन शब्दों का प्रकटावा शिरोमणि अकाली दल डैमोक्रेटिक के अध्यक्ष और राज्य सभा मैंबर सुखदेव सिंह ढींडसा ने किया। 

उन्होंने कहा कि अकाली दल की बदली दिशा और दशा आज अपना असली रूप दिखा रही है। सिखों में से मान व सम्मान सहित प्रसिद्धी को अपने व्यापारिक व परिवारिक हित्तों के लिए प्रयाग करने और शहीदों को धोखा देने उपरंत बादल परिवार अकाली दल का सब कुछ खोने उपरंत भी स्वयं को अभी भी अकाली होने पर गर्व महसूस करता नहीं थक रहा। उन्होंने कहा कि कौम के लिए सोचने वाले अकालियों और अब के अकालियों में जमीन आसमान का अंतर आ गया है। कभी अकाली दल शिरोमणी कमेटी अधीन कार्य करता था परंतु आज शिरोमणी कमेटी को अकाली दल चला रहा है। यही इनकी 100 वर्षों की सबसे बड़ी प्राप्ति है। 

इन नापाक कार्यों के कारण कौम के शहीदों के खून को कलंकित किया है जिस कारण बादल परिवार ने शिरोमणी अकाली दल को बबार्द करने की सबसे बड़ी गलती है, उन्होंने आगे कहा कि बादलों ने पंजाब अंदर किसानों के बढ़ रहे विरोध को देखते हुए अपनी पार्टी की डूब रही बेड़ी को बचाने का यत्न तो किया था परंतु अपनी मनमर्जीयों पर भारू होने के कारण पार्टी को फिर से सफल बनाने में असफल ही दिखाई दे रहे है। 1योंकि सूझवान किसान इनकी दिमागी चालों को समझ चुके है जिस लिए राजनीतिक और राजनीतिक गतिविधियों को दूर रखकर किसान आंदोलन खेती विरोधी बिलों को रद्द करवाने में यत्नशील है। जिसे समूह वर्गों के लोगों का भरपूर स्मर्थन भी मिल रहा है।


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Mohit

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