कोरोना और कई अन्य बीमारियों को मात देंगे ये पौधे, जानिए इनके फायदे

punjabkesari.in Saturday, Feb 20, 2021 - 02:03 PM (IST)

लुधियाना (सलूजा ): कोविड-19 महामारी ने लगभग एक वर्ष से विश्व भर में सेहत संकट पैदा किया हुआ है। इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आने से लाखों की संख्या में लोग दुनिया भर में मौत के मुंह में चले जा रहे हैं। कोरोना की मार कुछ कम जरूर हुई है लेकिन वायरस अभी भी सरगर्म है।
पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी कैंपस में कोरोना सहित अन्य बीमारियों को मात देने के समर्थ पौधे उपलब्ध हैं। यह महत्वपूर्ण जानकारी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों पूनम अग्रवाल, नेहा बब्बर, सुखप्रीत कौर ने सांझी करतेे हुए बताया कि यहां एक मनुष्य के लिए सेहतमंद रहने के लिए पौष्टिक खुराक बेहद जरूरी है, वहीं कुछ जड़ी-बूटीयों की खपत में भी इजाफा करना चाहिए। इससे यकीनन तौर पर बीमारियों को मात देने में मदद मिलेगी।

कौन-कौन से पौधे पी.ए.यू. में हैं उपलब्ध
कोइलस एमबोनिक्स (अजवाइन पत्ता) करकियूमा लांगा (हल्दी), सिंबोपोगन मानटीनी (नींबू घास ), गलाइसिरिजा गलाबारा (मूलथी), मैंथा, टीनोसपोरा कोरडीफोलिया, विटानिया सोमनीफरा, मरे कोइनिजी (कड़ी पत्ता), सिंबोपोगन (सिटरोनेला), एलोवेरा व सोनफ उपलब्ध हैं। इन पौधों में एंटीवायरल गुण होते हैं और यह प्रतिरोधिता को मजबूत रखने में भी मदद करते हैं।

वैज्ञानिकों ने की खोज
पी.ए.यू. में कुछ एंटीऑक्साइडैंट व पौष्टिक फल व पौधों की प्रोसैसिंग समर्था बारे बहुत सारी खोज की गई हैं। पंजाब जामनी बीज वाले अंगूरों की किस्म जोकि रैसवराट्रोल एक एंटीऑक्साइडैंट है। काली गाजर जोकि एंथोसाइनिना से भरपूर है।

किस तरह तैयार की जा सकती है दवा
यूनिवर्सिटी माहिरों ने बताया कि अदरक, बेसिल पत्ते (तुलसी), गेहूं घास, खाड़ी के पत्ते (तेजपत्ता), लोंग, काली मिर्च, दालचीनी का छिलका, इलाइची, पुदीने के पत्ते, हरबल पौधों (नींबू घास) को मिला कर दवा तैयार की जा सकती है। इसी के साथ ही दूध में एक चुटकी हल्दी भी एंटीसैपटिक गुणों से भरपूर होने की वजह से बहुत फायदेमंद होती है। गेहूं घास व एलोवेरा की समूदी भी तैयार की जा सकती है। समूदी का आनंद केवल न केवल बालिगों द्वारा लिया जाता है। इन महत्वपूर्ण पौधों से बच्चों को भी लाभ मिल सकता है। माहिरों ने बताया कि रोजाना ग्रीन टी का इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है।

गहरे रंग के फल सेहत के लिए गुणकारी
काले अंगूर, चुकंदर, जामुन, अनार, काली गाजर सारे एंथोसाइनिन (एंटीऑक्साइडैंट) से भरपूर होते हैं। पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना के भोजन विज्ञान व टैक्नोलॉजी विभाग में प्याज व लहुसन का पेस्ट, हर्बल ड्रिंक, अंगूर व काली गाजर के जूस के अलावा अलग-अलग उत्पादों बारे टैक्नोलॉजी विकसित की गई है।

सेहत हेतु और क्या-क्या है फायदेमंद
यदि आप अपने रोजाना भोजन में पुंगरी दालों को शामिल कर लें तो यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। कच्चा लहुसन व कटे हुए प्याज का रोजाना इस्तेमाल भी फायदेमंद है। यदि आपको कच्चा खाने में मुश्किल आती है तो वह पुदीने की चटनी व प्याज में शामिल कर सकते हैं। सूखे मेवे (बादाम, अखरोट, पिस्ता), सूरजमुखी व कद्दू के बीज सेहत के लिए लाभदायक हैं। इसके अलावा रोजाना कसरत, पॉजिटिव रहना, मास्क पहनना, हाथ साफ करना व सामाजिक दूरी बनाए रखने से कोरोना वायरस से बचाव रहेगा। 

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Content Writer

Tania pathak

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