पंजाब में रेल यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, बंद हुए ये अहम रूट
punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2025 - 12:21 PM (IST)
गुरदासपुर : अमृतसर-पठानकोट रेलवे मार्ग पर यात्रियों की संख्या और जरूरत के मुकाबले ट्रेन सुविधाओं की कमी के कारण यात्रियों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता है और अब कोहरे के कारण 2 महत्वपूर्ण ट्रेनों को बंद कर दिया गया है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। बता दें कि करीब 100 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन पंजाब के विभिन्न हिस्सों को अमृतसर के रास्ते हिमाचल और जम्मू कश्मीर से जोड़ती है।
इस रेलवे लाइन के मार्ग में दीनानगर, गुरदासपुर, धारीवाल और बटाला सहित कई प्रमुख शहर और कस्बे आते हैं। इन इलाकों के हजारों लोग रोजाना इस रेलवे लाइन पर चलने वाली ट्रेनों से अलग-अलग स्टेशनों से यात्रा करते हैं। इस रूट पर करीब 11 ट्रेनें जाती हैं और करीब 11 ट्रेनें ही वापस आती हैं।
बसों का किराया अधिक होने और ट्रेन से यात्रा आसान होने के कारण कई यात्री बसों की बजाय ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं। इससे इस रूट पर रेल यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है लेकिन रेल मंत्रालय द्वारा ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है और यहां चलने वाली डी.एम.यू ट्रेनों में जरूरत के मुताबिक कोच नहीं बढ़ाए जा रहे हैं।
इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों का कहना है कि ट्रेन आने से कुछ मिनट पहले ही टिकट खिड़कियां खुल जाती हैं, जिससे अक्सर उन्हें भीड़ से जूझना पड़ता है. डी.एम.यू समेत कई ट्रेनें कभी-कभी इतनी भरी होती हैं कि उनमें बैठने या खड़े होने तक की जगह नहीं बचती। यहां तक कि कई लोग वाहन के दरवाजे पर बैठने को मजबूर हैं। रोजाना यात्रा करने वाले कई यात्रियों ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर रेलवे अधिकारियों को लिखित अनुरोध भेजने के अलावा रास्ते में पड़ने वाले स्टेशनों की शिकायत पुस्तिका में भी लिखित शिकायत दर्ज कराई है और डी.एम.यू ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। लेकिन इसके बावजूद उनकी मांग पूरी नहीं हुई।
ट्रेनों की संख्या कम होने से लोग पहले से ही परेशान थे। लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से जम्मू स्टेशन पर चल रहे नवीनीकरण के कार्य के कारण टाटा मोरी ट्रेन का संचालन जम्मू की बजाय अमृतसर से किया जा रहा है, जिसके कारण इस ट्रेन के न आने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। इसी तरह पठानकोट से चलकर सुबह करीब सवा पांच बजे गुरदासपुर पहुंचने वाली डी.एम.यू डाउन ट्रेन 74672 और अमृतसर से चलने वाली 74675 अप ट्रेन को कोहरे के कारण बंद कर दिया गया है। ऐसे में इस रूट के रेल यात्रियों को इस दौरान बसों में यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
इस सीमावर्ती क्षेत्र के प्रति रेल विभाग की बेरुखी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इस रेल लाइन को अबी तक डबल लाईन नहीं किया गया। एक ही लाइन होने के कारण, दूसरी ट्रेन को पार करने की अनुमति देने के लिए ट्रेनों को अक्सर लंबे समय तक अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ा किया जाता है। इसके चलते इस रूट की यात्रा लोकल पैसेंजर ट्रेनों से दोगुने समय में तय होती है। इतना ही नहीं अधिकांश स्टेशनों पर लोग जान जोखिम में डालकर लाइन पार करते हैं। इसके साथ ही एक ही प्लेटफार्म होने के कारण कभी-कभी दो ट्रेन आने की स्थिति में एक ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों को बिना प्लेटफार्म के ही ट्रेन से उतरना और चढ़ना पड़ता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के अलावा भारी सामान ले जाने वाले यात्रियों की मुश्किलें और भी बढ़ जाती हैं।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here