UGC की ओर से यूनिवर्सिटियों को निर्देश जारी, एडमिशन रद्द होने पर रिफंड होगी पूरी फीस

punjabkesari.in Tuesday, Dec 22, 2020 - 03:39 PM (IST)

लुधियाना (विक्की): अगर कोई विद्यार्थी यू.जी., पी.जी. कोर्स फर्स्ट ईयर में एडमिशन लेने के बाद इसको रद्द करना चाहते हैं या रद्द कर दिया है तो संबंधित यूनिवर्सिटी आपको पूरी फीस वापिस करेगी। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने इस संबंधी नए निर्देश जारी किए हैं। यू.जी.सी. ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को कहा है कि ऐसे कॉलेज और यूनिवर्सिटियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो पहले साल के ऐसे विद्यार्थियों की फीस वापिस नहीं कर रहे या आर्थिक समस्या और किसी अन्य कारण कोर्स ज्वाइंट नहीं कर सके हैं। 

यू.जी.सी. को मिल रही शिकायतें
कई विद्यार्थियों और माता-पिता द्वारा प्राइवेट यूनिवर्सिटियों द्वारा फीस वापिस ना किए जाने की शिकायत मिलने के बाद कमिश्नर ने यह फैसला लिया है कि जो यूनिवर्सिटियां इस निर्देश का पालन नहीं करेंगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यू.जी.सी. ने कहा कि मौजूदा हालात में लॉकडाउन और अन्य कारणों के चलते कई माता-पिता आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। ऐसे हालात में अगर कोई विद्यार्थी (जिसने इस साल यू.जी.सी. या पी.जी. कोर्स में एडमिशन ली है) किसी कारण अपना दाखिला वापिस लेना चाहते हैं तो संबंधित यूनिवर्सिटी को उसको पूरी फीस वापिस करनी होगी। सभी यूनिवर्सिटियों के वाईस चांसलर को यू.जी.सी. एक पत्र लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि यू.जी.सी. को कई शिकायतें मिली हैं। शिकायतों में बताया गया है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज विद्यार्थियों की फीस रिफंड नहीं कर रहे हैं।

यू.जी.सी. ने लिखा है कि 30 नवंबर 2020 तक एडमिशन/माईग्रेशन रद्द करने वाले विद्यार्थियों को पूरी फीस वापिस मिलेगी। यूनिवर्सिटियां एक रुपया भी कैंसलेशन चार्ज नहीं ले सकेंगी। जबकि 31 दिसंबर 2020 तक एडमिशन रद्द करने वाले विद्यार्थियों को 1000 रुपए प्रोसेसिंग फीस के तौर पर देने पड़ेंगे। यानि कि जितनी उन्होंने दी होगी, उसमें से 1000 रुपए कट कर बाकी रकम उनको वापिस की जाएगी। यह दिशा-निर्देश जारी करते हुए यू.जी.सी. ने कहा कि यह निर्देश देश की सभी यूनिवर्सिटियों पर लागू होंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Mohit

Recommended News

Related News