राधा स्वामी डेरा ब्यास प्रमुख के आगे जब हंसराज हंस ने किया था सरेंडर, पढ़ें दिलचस्प किस्सा...
punjabkesari.in Saturday, Feb 10, 2024 - 10:58 AM (IST)

जालंधर: सूफी व पंजाबी लोक संगीत के विश्व विख्यात गायक एवं सांसद पद्मश्री हंसराज हंस ने 'पंजाब केसरी' के पत्रकार रमनदीप सिंह सोढ़ी से खास बातचीत की। इस बीच जब हंस राज हंस से डेरा ब्यास प्रमुख के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते कहा कि युवावस्था के दौरान वह उन पर विश्वास नहीं करते थे। लेकिन एक दिन जब वह कुर्ता-चादरा पहनकर सिकंदरपुर के एक कार्यक्रम में गाने के लिए सिरसे गए, तो बाबा जी भी वहां आए हुए थे।
उस समय वे एक आम आदमी के रूप में बाबा जी से मिले और मंच पर जाकर गाना शुरू कर दिया। इस बीच जब वह मंच पर चढ़े तो गाते वक्त उनके होंठ तो हिल रहे थे, लेकिन मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी। माइक की भी जांच की, लेकिन वह ठीक था। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है, क्योंकि उस समय वह जवानी के पूरे जोश में थे और गायकी से सबको अपना दीवाना बना लेते थे। इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि बाबा जी को साधारण व्यक्ति समझकर उन्होंने गलती की है। वह इंसान के रूप में भगवान हैं। उन्होंने डेरा प्रमुख बाबा जी से माफी मांगी और फिर से गाना शुरू कर दिया।
इसके बाद उन्होंने कहा कि बाबा जी सिर्फ आधे घंटे के लिए कार्यक्रम में शामिल होने आए थे, लेकिन अढाई घंटे तक सुनकर गए। उस मुलाक़ात के बाद उनका बाबा जी से प्यार हो गया और उन पर विश्वास होने लगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद 'सोहना आगे-आगे, और हम पीछे-पीछे", बस फिर इसके बाद उन्होंने बाबा जी के प्रति समर्पण कर दिया और अब भी जब वह उनसे मिलते है तो उसकी आज्ञा मानते है। हंस राज हंस ने यह भी कहा कि कोरोना के समय बाबाजी ने दुनिया की बहुत सेवा की। उन्होंने भूखों को खाना खिलाया, लंगर लगाया और यह भी कहा कि यहां आने के लिए 'राधा स्वामी' कहने की जरूरत नहीं है। जो पूजा करते हैं वे पूजा करें, जो प्रार्थना करते हैं वे प्रार्थना करें, बस भूखे न रहें।