Wildlife photography: Jalandhar का अर्शदीप रहा Runner Up, देखें खूबसूरत तस्वीर
punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2024 - 12:13 PM (IST)
जालंधर(पाहवा) : वर्ल्ड स्तर पर होने वाली वाइल्ड नाइफ फोटोग्राफी प्रतियोगिता सम्पन्न हो गई है, जिसमें कनाडा के शेन ग्रॉस को विनर घोषित किया गया है। इस प्रतियोगिता की खास बात यह रही कि इसमें भाग लेने वाले जालंधर के अर्शदीप प्रतियोगिता में रनरअप रहे है। अर्शदीप कई सालों से वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी कर रहे हैं। और समय समय पर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी फोटोग्राफी के लिए अवार्ड भी मिलते रहे हैं।
अर्शदीप की कलादेव राष्ट्रीय उद्धान में खींची गई एक फोटो इस प्रतियोगिता के लिए सिलैक्ट हुई थी, जिसने उन्हें रनरअप बनाया है। अर्शदीप ने बताया कि वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के लिए वह पहले भी कलादेव राष्ट्रीय उद्धान में जा चुके हैं तथा यह उनकी दूसरी विजिट थी। अर्शदीप का कहना था कि उद्धान की खूबसूरती तथा वाइल्ड लाइफ ने उन्हें बेहद प्रभावित किया। जिसके कारण उन्होंने दोबारा वहां जाने का मन बनाया था। उन्होंने बताया कि वह जब इस पर उद्धान में गए तो पहले बारिश के कारण उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ा, कुछ देर इंतजार करने के बाद अचानक घने कोहरे ने उद्धान को अपनी चपेट में ले लिया। जिस कारण सब कुछ धुंधला सा हो गया। इस बीच एक हिरण पानी में से निकलकर एक मिट्टी के टीले के ऊपर पहुंच गया। उस समय जो फोटो का एंगल बना वह बेहद खूबसूरत था और बिना समय लगाते उन्होंने उस फोटो को क्लिक कर लिया।
आसपास के दो पेड़ों ने इस फोटो की सुंदरता और बढ़ा दी। और यही फोटो बाद में वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी प्रतियोगिता के लिए सिलैक्ट की गई, जिसमें वह रनरअप रहे हैं। इससे पहले 2023 में और उससे पहले 2018 , 2019 और 2020 में भी अर्शदीप की तस्वीरें प्रतियोगिता का हिस्सा बनती रही हैं। अपनी फोटोग्राफी के साथ लोगों को अपना मुरीद बनाने वाले अर्शदीप को पहला अवार्ड 2018 में युवा वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर का मिला था। गौरतलब है कि अर्शदीप जब तीन साल के थे तो तबसे वह फोटोग्राफी का शौंक रखते हैं। अपने पिता रंदीप सिंह से उन्होंने यह गुण सीखा। अर्शदीप पांचवी क्लास में पढ़ाई के दौरान उनके पिता ने उन्हें पहला कैमरा गिफ्ट किया था, और यही से उनकी फोटोग्राफी की यात्रा शुरू हुई थी। अर्शदीप का वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी इतनी आसान नहीं है, समय समय पर कई तरह की दिक्कतें आती हैं। कई बार तो सैंकड़ों फोटों खींचने के बाद उनमें से एक फाइनल होती है।