डिलीवरी के बाद महिला की हालत हुई गंभीर, तड़पते-तड़पते निकली जान

punjabkesari.in Friday, Sep 30, 2022 - 05:51 PM (IST)

रूपनगर(कैलाश): रूपनगर के निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की डिलीवरी की गई। इसके बाद उसकी बिगड़ी हालत को देखते हुए उसे मोहाली के निजी अस्पताल में रैफर कर दिया गया था, जहां पर उसकी मृत्यु हो गई। महिला के परिजनों ने निजी अस्पताल के डाक्टरों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई तथा इंसाफ की गुहार की है। 

जानकारी देते महिला के पति हरभजन सिंह (33) पुत्र गिरधारी लाल निवासी गांव लोदीमाजरा, थाना सदर रूपनगर ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वह आई.टी.आई. रूपनगर में एक प्राइवेट टीचर के रूप में काम कर रहा है। उसकी शादी वर्ष 2015 में बलविंदर कौर पुत्री गुरपाल सिंह निवासी गांव कोटला पावर हाउस जिला रूपनगर के साथ हुई थी। उनकी एक बेटी जसमीन कौर 6 वर्ष की है तथा अब उसकी पत्नी जो गर्भवती थी का पन्नू अस्पताल रूपनगर में इलाज चल रहा था। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को जब वह घर से किसी जरूरी काम के लिए गया था तो उसका छोटा भाई अजमेर सिंह तथा उसकी माता जतिंदर कौर उसकी पत्नी बलविंदर कौर को पन्नू अस्पताल में चैकअप के लिए ले गए। 

चैकअप के बाद उन्हें बताया गया कि महिला की डिलीवरी होने वाली है तथा उसकी पत्नी को चैकअप के बाद सुबह 11.30 बजे भर्ती कर लिया गया। उसका भाई घर पर सामान लेने चला गया तथा जब वह सामान लेकर वापिस आया तो डाक्टरों ने कहा कि रोगी के प्लेटलेट्स कम हैं। उन्होंने सिविल अस्पताल से प्लेटलेट्स लेकर आने को कहा। जब उसका भाई अस्पताल से निकला तो पीछे से उसे फोन किया गया कि नॉर्मल डिलीवरी हो चुकी है तथा बेटे ने जन्म लिया है। इसके बाद उसका भाई सिविल अस्पताल से 2 यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आ गया। बलविंदर को करीब 4 बजे प्लेटलेट्स चढ़ा दिए गए, लेकिन इसके बावजूद उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। 

रात्रि करीब 10 बजे जब वह अपने घर पर था तो उसकी माता ने फोन पर बताया कि बलविंदर कौर की हालत अधिक गंभीर हो गई है। इसके बाद वह दोनों भाई अस्पताल पहुंचे। उस समय बलविंदर का उपचार चल रहा था तथा डॉक्टर भी अफरा-तफरी में थे। फिर डॉक्टरों उसे एंबुलेंस में डालकर साथ में स्टाफ भेजकर मैक्स अस्पताल में रैफर कर दिया। रास्ते में बलविंदर का दम टूट रहा था। सुबह मध्यरात्रि 1 बजे वह मैक्स अस्पताल मोहाली पहुंचे तो उसका ब्लड प्रैशर बिल्कुल डाउन हो चुका था। उसके शरीर में सिर्फ 2 ग्राम खून ही रहा गया था। इसके बाद उसे खून चढ़ाया गया। 28 सितंबर को लगातार वेंटिलेटर पर रहने के बावजूद शाम करीब 7.30 बजे बलविंदर कौर की मृत्यु हो गई। 

उसके पति हरभजन सिंह ने आरोप लगाया कि बलविंदर की मृत्यु पन्नू अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण तथा रक्तस्त्राव अधिक हो जाने और उपचार सही न किए जाने के कारण हुई है। उसने बलविंदर कौर का पोस्टमार्टम करवाकर मौत के कारणों का पता लगाने तथा बनती कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। दूसरी तरफ जांच अधिकारी एस.आई. नरेंद्र सिंह ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि महिला की मृत्यु डॉक्टर की लापरवाही के कारण होने संबंधी नई हिदायतों के अनुसार विशेषज्ञों की राय तथा डाक्टर द्वारा किए उपचार की समरी चैक करवाकर जैसे हालात होंगे उसके अनुसार कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।

वीडियोग्राफी से किया गया पोस्टमार्टम

इस संबंध में मृतक महिला के पति हरभजन सिंह की गुहार पर महिला का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के बनाए गए बोर्ड द्वारा वीडियोग्राफी से किया गया। गत दिवस पोस्टमार्टम के बाद मृतक महिला का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया तथा गत देर शाम ही महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

पन्नू अस्पताल के प्रबंधकों ने उठाया मैक्स अस्पताल का खर्चा

इस संबंध में जब मृतक महिला बलविंदर कौर के जीजा जतिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उसकी हालत बहुत गंभीर रूप थी। वह बलविंदर को बचाने के लिए हर तरह के प्रयास में लगे थे। उन्होंने बताया कि जितना भी मैक्स अस्पताल मोहाली में मृतका के उपचार का बिल बना उसकी अदायगी पन्नू अस्पताल के प्रबंधकों द्वारा की गई।

पन्नू अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ ने नहीं उठाया फोन

इस संबंध में जब पन्नू अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डा. रविंदर कौर पन्नू के साथ गत शाम बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नही उठाया।

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Content Writer

Sunita sarangal

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