शून्य बिजली बिल:  किराएदार धोखाधड़ी का हो रहे शिकार

punjabkesari.in Friday, Nov 25, 2022 - 02:10 PM (IST)

जालंधर (पुनीत): पंजाब सरकार घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली की सुविधा प्रदान कर रही है जिसके चलते लाखों लोगों का बिल शून्य आना शुरू हो चुका है। इसके बावजूद कई मकान मालिक अपने किराएदारों से बिजली के बिल वसूल रहे है जोकि सीधे तौर पर धोखाखड़ी का मामला बनता है। कानून के माहिरों का कहना है कि ऐसे केस में मकान मालिक पर धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जा सकती है।

इस मामले को लेकर सबसे पहले किराएदारों को जागरूक होने की आवश्यकता है और अपने मकान मालिक से बिजली के बिल की डिमांड करनी चाहिए ताकि उन्हें शून्य बिल आने के बारे में पता चल सके। बड़ी तादाद में ऐसे मामले ध्यान में आ रहे है जिसमें किराएदारों को मुफ्त बिजली की सुविधा नहीं मिल पा रही और मकान मालिक मुफ्त बिजली के पैसे वसूल कर अपनी जेबों को गर्म कर रहे हैं।

इस पूरे घटनाक्रम में पंजाब सरकार की सीधे तौर पर किरकीरी हो रही है। आम अदामी पार्टी के नेता मंच पर मुफ्त बिजली की सुविधा का गुणगान करते नहीं थकते जबकि सच्चाई यह है कि पंजाब में किराए के मकानों में रहने वाले लाखों लोगों को मुफ्त बिजली की सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। मकान मालिकों की इस मनमर्जी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा उचित कदम नहीं उठाए गए। इसके चलते सरकार को वोटें देकर सत्ता में लाने वाले लाखों लोग मुफ्त बिजली सुविधा मिलने का अभी तक इंतजार कर रहे हैं।

इसी तरह के एक जानकारी देते हुए उपभोक्ता ने बताया कि मकान मालिक उनसे बिजली के प्रति माह 2500 रुपए वसूल करता है। आज जब बिजली बिल बनाने वाला मीटर रीडर आया उसने शून्य का बिल निकला कर उसे थमा दिया। बिल पर अंतिम बिलों का विवरण देखने पर पता चला कि पिछली बार का बिल भी शून्य आया था लेकिन मकान मालिक ने पिछली बार भी बिजली का बिल उनसे वसूल किया था। इस संबंध में जब उसने अपने मकान मालिक से पूछा तो वह बिल पर इस्तेमाल हुए यूनिट दिखाने लगा और बिल वसूलने की बात कहने लगा।

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News Editor

Urmila

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