पंजाब के हितों के लिए राजनीति में लम्बी पारी खेलने के लिए तैयार : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Friday, Nov 17, 2017 - 05:17 PM (IST)

जालन्धर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि वह पंजाब के हितों के लिए राजनीति में लम्बी पारी खेलने के लिए तैयार हैं तथा पंजाब के लोगों की खातिर वह एक बार पुन: कांग्रेस सरकार का संचालन करने को तैयार हैं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज ऐलान किया कि पूर्व अकाली भाजपा गठबंधन सरकार से विरासत में जो पंजाब उन्हें मिल है उसकी हालत देखकर वह काफी व्यथित हुए हैं।

 

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब को अपने पैरों पर दोबारा मजबूती के साथ खड़ा करने के लिए वह एक और पारी खेल सकते हैं। कैप्टन ने कहा कि मौजूदा पारी का जब अंत होगा तो उनकी आयु 80 वर्ष होगी। मैंने यह सोचा था कि 80 वर्ष की आयु के बाद अगली पारी न खेली जाए परन्तु पंजाब के बारे में उन्होंने जो अंदाजा लगाया था, राज्य की स्थिति तो उससे भी कहीं ज्यादा बदत्तर दिखाई दे रही है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब विधानसभा के फरवरी महीने में हुए आम चुनावों में जनता ने कांग्रेस को दो-तिहाई बहुमत दिया। अब सरकार को जनता द्वारा दिए गए बहुमत को देखते हुए राज्य की वित्तीय स्थिति को सबसे पहले सुधारना है तथा इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही पहले दिन से ही काम शुरू कर दिया था।

 

अभी पंजाब के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्हें लगा था कि पंजाब पर चढ़े कर्जे की कुल मात्रा 1.30 लाख करोड़ है परन्तु अब पता चला है कि यह कर्जा तो 208000 करोड़ तक पहुंच चुका है। इसी तरह से वित्तीय घाटा 34000 करोड़ तथा राजस्व घाटा 13000 करोड़ तक पहुंच चुका है। इसे देखते हुए वह पंजाब को कर्जों के जंजाल से बाहर निकालने के लिए कटीबद्ध है तथा हम पंजाब को मझधार में छोड़ नहीं सकते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लगातार दिल्ली में भारत सरकार के मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली के साथ उनकी कई बार इस संबंध में बैठकें हो चुकी हैं। उन्होंने केंद्र से वित्तीय संकट से निपटने में सहयोग मांगा है। उन्होंने कहाकि पंजाब पर चढ़े कर्जे को माफ करने का मुद्दा भी केंद्र के सामने उठाया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने जी.एस.टी. लागू कर दी है परन्तु इसके बाद राज्यों के सामने वित्तीय संकट और गहरा चुका है क्योंकि राज्यों को जी.एस.टी. का बनता हिस्सा रिलीज नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत प्रयासों से ही पंजाब को वित्तीय संकट से उभारने में मदद मिलेगी।


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