विधायक पाहड़ा ने मिल्क प्लांट का रिकार्ड मांगा, जी.एम. बोले-यह मेरे अधिकार में नहीं

punjabkesari.in Thursday, Apr 27, 2017 - 11:26 AM (IST)

 गुरदासपुर(विनोद, दीपक): मिल्क प्लांट से 9 कर्मचारियों का मोहाली स्थित मिल्क प्लांट में तबादला करने का मामला भविष्य में मिल्क प्लांट के अधिकारियों हेतु भारी परेशानी का कारण बन सकता है। कहा जा रहा है कि यह तबादला राजनीतिक कुंठा के चलते किया गया जबकि अधिकतर कर्मचारियों की 2 से अढ़ाई वर्ष उपरांत सेवामुक्ति है।  दूसरी तरफ स्थानीय विधायक बरिन्द्रमीत सिंह पाहड़ा ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए कर्मचारियों के आक्रोश को शांत करने व इंसाफ देने के मद्देनजर जब मिल्क प्लांट के उच्चाधिकारियों से जानकारी मांगी तो उन्होंने जानकारी देने से स्पष्ट इंकार कर दिया। इस पर विधायक ने रुष्ट होते हुए मामला सरकार समक्ष रखने का निर्णय ले लिया है, जिस कारण भविष्य में कर्मचारियों के तबादले का निर्णय उच्चाधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।  

मिल्क प्लांट गुरदासपुर के उच्चाधिकारियों द्वारा अचानक 9 कर्मचारियों का मोहाली स्थित मिल्क प्लांट में तबादला कर दिया गया जिस कारण कर्मचारी रुष्ट हो गए। उन्होंने तुरंत हलका विधायक पाहड़ा से मुलाकात कर इंसाफ की मांग की, जिस पर विधायक ने लोगों व सरकार का प्रतिनिधि होने के नाते जी.एम. मिल्क प्लांट से बातचीत की और मामले संबंधी स्पष्टीकरण पूछने के साथ-साथ मिल्क प्लांट का पिछले 10 वर्षों का पुराना रिकार्ड भी मांगा। 

किन कर्मचारियों का हुआ है तबादला
मिल्क प्लांट में कुल 160 स्थाई कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें से 9 कर्मचारियों का तबादला जनरल मैनेजर आशीष अग्रवाल द्वारा मोहाली स्थित मिल्क प्लांट में कर दिया गया है। सभी को डैपुटेशन पर भेजा गया है। दूसरी तरफ सूत्रों के अनुसार मिल्क प्लांट में कर्मचारियों की संख्या अधिक होने कारण जहां तबादला किया जा रहा है वहीं अनुबंध के आधार पर 3 अन्य कर्मचारियों को ठेके पर भर्ती किया गया है जोकि पूरे मामले संबंधी सवाल पैदा करता है। जिन कर्मचारियों का तबादला किया गया है उनमें मनजीत सिंह, कुलदीप कुमार पुत्र चमन लाल, माना मसीह, संदीप सिंह, जगदीश सिंह, हरभजन सिंह, तिलक राज पुत्र बिशन दास, राम नरेश तथा भूपिन्द्र सिंह आदि शामिल हैं।  

हैड आफिस दे सकता रिकार्ड
दूसरी तरफ जी.एम. आशीष अग्रवाल ने बताया गया कि उक्त तबादला चंडीगढ़ मुख्यालय के आदेश पर किया गया है। इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। जहां तक विधायक को 10 वर्षों का रिकार्ड देने से भी इंकार की बात है यह मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर की बात है। यह रिकार्ड चंडीगढ़ हैडआफिस ही दे सकता है।  
जी.एम. ने रिकार्ड दिखाने से मना कर दिया

स्थानीय विधायक बरिन्द्रमीत सिंह पाहड़ा का कहना है कि मिल्क प्लांट के कर्मचारी उनके पास आए थे कि उनके साथ बेइंसाफी हो रही है जिस कारण उन्होंने जी.एम. आशीष अग्रवाल मिल्क प्लांट से मामले की पूरी जानकारी मांगी और 10 वर्षों का मिल्क प्लांट का रिकार्ड भी मांगा था लेकिन उन्होंने कहा कि यह तबादला चंडीगढ़ मुख्यालय के आदेशानुसार किया गया है, लेकिन उन्होंने रिकार्ड दिखाने से इंकार कर दिया। पाहड़ा ने कहा कि वह इस संबंध में सरकार को अवगत करवाएंगे। किसी भी कर्मचारी के साथ धक्का नहीं होने दिया जाएगा। विधायक ने आशंका व्यक्त की है कि मिल्क प्लांट में करोड़ों रुपए का घोटाला हो सकता है, जिसकी वह उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे।
विधानसभा स्पीकर ने महाप्रबंधक को चंडीगढ़ किया तलब

पंजाब विधानसभा के स्पीकर कंवरपाल सिंह राणा ने  मिल्क प्लांट के महाप्रबंधक आशीष कुमार अग्रवाल को विधायक को जरूरी जानकारी न देने पर इसे विशेषाधिकार उल्लंघन का मामला मानते हुए  2 मई को व्यक्तिगत रूप में पेश होकर स्पष्टीकरण देने को है। विधायक पाहड़ा ने मिल्क प्लांट के 9 कर्मचारियों का चंडीगढ़ तबादला करने संबंधी मिल्क प्लांट के महाप्रबंधक से जानकारी मांगी थी, जिस पर मिल्क प्लांट के महाप्रबंधक ने जानकारी देने की बजाय उनकी अथारिटी को ही चैलेंज कर दिया तथा विधायक को बनता मान-सम्मान नहीं दिया गया। विधानसभा स्पीकर ने विधायक की शिकायत पर इस मामले को पंजाब विधानसभा की विशेष अधिकारों संबंधी कमेटी को सौंपने से पहले मिल्क प्लांट के महाप्रबंधक को व्यक्तिगत तलब किया है। वहीं महाप्रबंधक ने बताया कि अभी उन्हें यह आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं। यदि आदेश मिलेगा तो वह स्पीकर समक्ष जरूर पेश होंगे। 

 


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