घनी धुंध के कारण हाईवे पर टकराए वाहनी, काटनी पड़ी महिला डाक्टर की दोनों टांगें

punjabkesari.in Thursday, Dec 12, 2019 - 12:20 PM (IST)

तरनतारन(रमन) : गत दिवस अमृतसर-बठिंडा नैशनल हाईवे 54 के तरनतारन बंडाला के नजदीक करीब एक दर्जन वाहनों में घनी धुंध के कारण हुई टक्कर के बाद हादसा ग्रस्त की मदद करने पहुंची महिला डाक्टर भी जख्मी हो गई थी। आज इलाज के दौरान उनकी दोनों टांगें काटनीं पड़ीं। गौर हो कि महिला डाक्टर एक प्राइवेट कालेज में लैक्चरार है और उसका पति झब्बाल में एक प्राइवेट नर्सिंग होम का मालिक है।

जानकारी के अनुसार हाईवे पर गत दिवस सुबह 6 बजे घनी धुंध में एक कार और ट्रकों की हुई टक्कर के बाद देखते ही देखते गाडिय़ां एक-दूसरे से जा टकराईं। झब्बाल में गुप्ता नर्सिंग होम के मालिक डा. रमन गुप्ता की पत्नी डा. अनुपमा फिरोजपुर में एक प्राइवेट कालेज में लैक्चरार हैं। गत दिवस वह अपने कुछ स्टाफ के साथ घर से कालेज के लिए कार पर सवार हुई थीं और कार ड्राइवर चला रहा था। जब कार बंडाला के नजदीक पहुंची तो धुंध में हादसा ग्रस्त कार को देख उन्होंने ड्राइवर से कार रुकवाई और अपनी सहेलियों के साथ कारसे उतर कर हादसा ग्रस्त जख्मियों की मदद को सड़क पार कर पहुंची ही थी कि धुंध में एक वाहन उनसे टकरा गया, जिससे वह और उनकी सहेलियां जख्मी हो गई। उनको अमृतसर के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया। 

झब्बाल निवासी सोनू ने बताया कि डा. अनुपमा की जान बचाने को 5 प्लास्टिक सर्जन, 4 एनैस्थीसिया डाक्टरों और 5 सर्जनों की टीम ने ऑपरेशन किया, जिस दौरान उनको करीब 20 बोतलें खून की चढ़ाई गईं। वहीं चौकी बंडाला के ए.एस.आई. बलराज सिंह ने बताया कि पुलिस से किसी ने संपर्क नहीं किया है जिससे कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि वह वीरवार को जख्मी के परिवार से मिलेंगे। गौर हो कि अपनी जान को खतरे में डाल डा. अनुपमा गुप्ता ने बहादुरी का संदेश दिया है।


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