नयनों में ‘श्री हरिमंदिर साहिब’, दिल में ‘श्री वाहेगुरु सतनाम जी’

punjabkesari.in Sunday, Apr 15, 2018 - 10:12 AM (IST)

अमृतसर(स.ह., नवदीप): यह हैं हालैंड निवासी 61 वर्षीय जॉन कैम’। जॉन के पास दो काम हैं एक घूमना और दूसरा ‘श्री हरिमंदिर साहिब’ का स्कैच बनाना। जॉन अब तक 75 देश घूम चुके हैं। जॉन का विश्व में सबसे पसंदीदा देश भारत है और सबसे अधिक सुकून उन्हें श्री हरिमंदिर साहिब में आकर मिलता है।

 

जॉन पेशे से आर्टिस्ट हैं और पिछले 20 वर्षों से श्री हरिमंदिर साहिब के ‘स्कैच’ बना रहे हैं। वह अपने दोस्तों के ‘जन्म दिन’, ‘शादी की सालगिरह’ से लेकर  ‘शगुन’ व ‘नववर्ष’ की शुभकामनाएं अपने हाथों से श्री हरिमंदिर साहिब का स्कैच बनाकर जब देते हैं तो इस बेहतरीन तोहफे को लोग ‘सीने’ से लगा कर रखते हैं और उन्हें ‘दिल’ से प्यार करते हैं।

 

बैसाखी के दिन श्री हरिमंदिर साहिब की परिक्रमा में ‘जॉन कैम’ की इस अनोखी भक्ति को देखकर हर श्रद्धालु उन्हें अपने मोबाइल में कैद करना चाह रहा था। लोगों की भीड़ को हाथ जोड़ पीछे करते ‘जॉन’ कभी श्री हरिमंदिर साहिब को निहारता और उसके बाद उसकी अंगुलियां स्कैच पर भक्ति में ‘नाचने’ लगती। अंग्रेजी जुबां जब ‘श्री वाहे गुरु सतनाम जी’ बोलती तो लगता कि बच्चा कोई ‘तोतली’ भाषा में ‘जाप’ कर रहा हो। जो भी जॉन को देखता उस स्कैच को निहारता रह जाता।


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