सीनियर महिला अधिकारी ने ही अपनी जूनियर महिला अधिकारी को बनाया बंदी

punjabkesari.in Thursday, Nov 08, 2018 - 06:37 PM (IST)

जलालाबाद (सेतिया): एक ओर सरकार जहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाखों दावे करती है, लेकिन उन दावों की हवा तो तब निकलती है जब हम कई सोशल साईटस पर महिलाओं से होते जुल्मों को देखते है। इसी तरह की एक मिसाल देखने को मिली लुधियाना में। जहां एक महिला द्वारा ही महिला को बंदा बनाकर रखा गया। इस मामले संबंधी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल हुई है, जिसमें एक महिला अपनी दुख भरी दास्ता सुना रही है व पीडि़त महिला द्वारा इस संबंधी माननीय राहुल तिवाड़ी, डायरेक्टर, रोजगार जनरेशन व ट्रेनिंग, विभाग पंजाब, चंडीगढ़ को पत्र लिखकर इंसाफ की मांग भी की गई है। 

पीडि़त महिला जसविंदर कौर सीनियर सहायक जिला रोजगार ब्यूरो व कारोबार, लुधियाना ने बताया कि उनके कार्यालय की नई बिल्डिंग के लिए बिजली का मीटर लगाने के लिए बाकी कागजात के साथ्ज्ञ इंडमनिटी बोंड भी लगाया गया था। इस संबंधी पहले मुझे 5 नवंबर को मीटर के दस्तावेज लेकर आने के लिए ऐडीसी कैंपस बुलाया, परंतु उस समय ऐडीसी (विकास) श्रीमती शीना अग्रवाल नहीं मिले व रात्रि 9 बजे आए व कहते कि कागज पूर्ण करके लाओ। जबकि दस्तावेज में मेरी ओर से कोई कमी नहीं थी। 6 नवंबर को मुझे दोपहर 1 बजे फिर बुलाया व दस्तावेजों के बारे पूछा। मेरे द्वारा बताने पर कि डिप्टी डायरेक्टर के हस्ताक्षर नहीं हुए है, ऐडीसी ने कहा कि लिखकर दो। मैंने उन्हें डिप्टी डायरेक्टर से बात करने को कहा लेकिन ऐडीसी ने मुझे वेटिंग रुम में भेजकर कहा जितना समय लिखकर नहीं देते आपको अंदर बंद रखा जाएगा व वेटिंग रुम का दरवाजा बाहर से बंद करवा दिया। मुझे तीन घंटे बंद रखा व मेरा मोबाईल भी ले लिया  व पानी तक भी नहीं दिया गया। मेरे द्वारा दरवाजा भी खटखटाया गया परंतु किसी ने मेरी नहीं सुनी। मेरी सास कैंसर की मरीज है। लगभग तीन घंटे बाद सुपरडेंट अवतार सिंह ने दो लेडिज स्टाफ को भेजकर बाहर निकाला व मुझे अवतार सिंह के रुम में लेकर गए व मैंने अपने पति को फोन करके बुलाया। पीडि़त महिला ने मांग की कि उसे दिमागी परेशान करने व शरीरिक कष्ट देने वाले विरूद्ध कार्रवाई की जाए।


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Mohit

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