भाजपा नेता सच्चर की बिल्डिंग निगम ने डिच से तोड़ी
punjabkesari.in Saturday, Feb 03, 2018 - 09:43 AM (IST)

जालंधर(खुराना): शहर में आज सत्ता पक्ष कांग्रेस और विरोधी पक्ष भाजपा उस समय आमने-सामने हो गए जब नगर निगम के बिल्डिंग विभाग ने सैंट्रल टाऊन में भाजपा नेता अनिल सच्चर द्वारा बनाई जा रही बिल्डिंग को डिच मशीन से गिरा दिया। मौके पर पहुंचे अनिल सच्चर ने इस कार्रवाई के पीछे विधायक राजिंद्र बेरी का हाथ बताया और साफ कहा कि बिल्डिंग बनाते समय निगमाधिकारियों ने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा था कि अगर बिल्डिंग बनवानी है तो बेरी से मिल ले। सच्चर ने आरोप लगाया कि उनकी बिल्डिंग का घरेलू नक्शा पास है और बिल्डिंग उसी नक्शे के हिसाब से बन रही थी। बिल्डिंग एक इंच भी इधर-उधर नहीं थी। निगम ने गलत कार्रवाई की है। उल्लेखनीय है कि सैट्रल टाऊन में जैसे ही निगम की डिच मशीन उक्त बिल्डिंग को गिराने पहुंची तुरंत मौके पर पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया पहुंच गए परंतु उनके पहुंचने से पहले ही डिच मशीन काफी कुछ मलियामेट कर चुकी थी। कालिया को आते देख निगम टीम उलटे पांव लौट गई।
पूर्व मंत्री कालिया ने राजनीतिक द्वेष का आरोप मढ़ा
पूर्व मंत्री कालिया ने कहा कि निगम प्रशासन कांग्रेसियों के दबाव में आकर राजनीतिक द्वेष की भावना से कार्रवाई कर रहा है। बिल्डिंग का नक्शा पास था और बिल्डिंग उसी मुताबिक बन रही थी। शहर में दर्जनों ऐसी बिल्डिंगें गिनाई जा सकती हैं जिन पर निगम कार्रवाई नहीं कर रहा और वे बिल्डिंगें सरासर अवैध हैं।
पूरे मामले में विजय दकोहा की बिल्डिंग चर्चा में आई
निगम की इजाजत के बिना कैसे खुल गई सील निगम द्वारा भाजपा नेता की बिल्डिंग पर डिच मशीन चलाने की घटना के दौरान कांग्रेसी नेता विजय दकोहा की बिल्डिंग पुन: चर्चा में आ गई। पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया तथा भाजपा नेता अनिल सच्चर ने साफ शब्दों में कहा कि रामा मंडी में कांग्रेसी नेता विजय दकोहा ने एकता नगर में अवैध रूप से कमर्शियल बिल्डिंग बनाई थी जिसे निगम ने सील कर दिया था परंतु विजय दकोहा ने उस बिल्डिंग में काम शुरू कर रखा है। यह बताया जाए कि दकोहा ने उक्त बिल्डिंग की सील किसके कहने पर खोली और निगम ने क्या कार्रवाई की।
निर्माण न तोड़़ते तो बन जाती 25-30 दुकानें
कार्रवाई के बाद नगर निगम की बिल्डिंग विभाग के उच्चाधिकारियों ने बताया कि उक्त निर्माण का रिहायशी नक्शा पास था परंतु वहां कमर्शियल निर्माण किया जा रहा था। अगर वहां दुकानें बन जाती हैं तो आने वाले समय में इसके साथ ही 25-30 दुकानें और बन जाती जिस कारण दुकानों को बनने से रोका गया है।