डी.सी. और एस.एस.पी. दफ्तर का बिजली कनैक्शन कटा
punjabkesari.in Thursday, Dec 19, 2019 - 09:22 AM (IST)

नवांशहर(मनोरंजन, त्रिपाठी): बिजली बिल का भुगतान न करने के मामले में सरकारी विभाग भी कम लापरवाह नहीं हैं। कहीं बजट देरी से पहुंचने की वजह से तो कहीं विभागीय ढील से बिजली का बिल अदा नहीं किया गया। वी.आई.पी. और हाई प्रोफाइल बकायादारों पर पावर कॉम ने शिकंजा कसते हुए बुधवार को डी.सी. व एस.एस.पी. कार्यालय सहित अन्य सरकारी विभागों के बिजली कनैक्शन काट दिए। यहां पर सबसे अहम बात यह है कि जिले के डी.सी. कार्यालय का ही 2 लाख 93 हजार रुपए का बिजली बिल बकाया है। वहीं इस बकाया राशि को अदा करने में कार्यालय की ओर से दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है जबकि यह बिल कई महीनों से बकाया है।
पावरकॉम ने आर्थिक संकट से निकलने के लिए करोड़ों रुपए दबाए बैठे सरकारी विभागों और घरेलू उपभोक्ताओं से बकाया राशि की रिकवरी के लिए डिफॉल्टरों के बिजली कनैक्शन काटने के आदेश दिए हैं। बुधवार को बिजली विभाग की ओर से सबसे पहले एस.एस.पी. कार्यालय सहित 3 थानों को निशाना बनाया गया। क्योंकि एस.एस.पी. कार्यालय की तरफ विभाग का करीब 82 हजार रुपए का बिल पैंडिंग है।
इन विभागों पर भी गिरी गाज
थाना सिटी नवांशहर | 29 हजार रुपए |
थाना सदर नवांशहर | करीब 1 लाख रुपए |
सी.आई.ए. स्टाफ नवांशहर | करीब 47 हजार रुपए |
सिविल अस्पताल नवांशहर | 22 लाख 68 हजार रुपए |
सिविल सर्जन विभाग | 6 लाख 40 हजार रुपए |
इसी विभाग की वाटर सप्लाई के लिए बनी वाटर टंकी का | 2 लाख 14 हजार रुपए |
डी.टी.ओ. कार्यालय नवांशहर | 17 हजार रुपए |
यहां पर ट्रेनिंग सैंटर | 5 लाख 31 हजार रुपए |
पुराने एस.डी.एम. कार्यालय | 10 हजार रुपए |
जिला वैटर्नरी पॉलीक्लीनिक | 70 हजार रुपए |
आई.टी.आई. नवांशहर | 86 हजार रुपए |
नवांशहर डिप्टी कमिश्नर विनय बुबलानी ने बताया कि डी.सी. दफ्तर सहित अन्य कई दफ्तर मिनी सचिवालय की नई बिल्डिंग में शिफ्ट हुए हैं। डी.सी. दफ्तर का कोई भी बिजली बिल पैंडिंग नहीं है। कुछ विभागों की ओर से किसी कारण बिजली बिल जमा नहीं हुए थे जिसके चलते पावरकॉम विभाग के कर्मचारी इस संबंधी सूचना देने के लिए आए थे न कि बिजली सप्लाई काटी गई थी। इस संबंधी विभिन्न विभागों के प्रमुखों की बैठक वीरवार को रखी गई है।