संत सीचेवाल के दौरे दौरान ही काला संघिया ड्रेन की ओर जाते हैं नगर निगम और प्रदूषण विभाग के अफसर

punjabkesari.in Thursday, Jun 15, 2023 - 08:45 AM (IST)

जालंधर (खुराना): पर्यावरण संतुलन के नाम पर सरकारी विभागों के अफसर किस प्रकार की कारगुजारी और खानापूर्ति करते हैं इसकी एक मिसाल जालंधर शहर से निकलती काला संघिया ड्रेन है जो पिछले लम्बे समय से न केवल शहर बल्कि राजस्थान तक प्रदूषण का कारण बनी हुई है ।

इस ड्रेन की दशा को सुधारने और इसे प्रदूषण मुक्त करने के लिए पर्यावरण प्रेमी संत बाबा सीचेवाल कई सालों से प्रयासरत हैं । उन्ही की कोशिशों से अदालतों के अलावा एन जी टी जैसे शक्तिशाली संस्थान भी इस ओर विशेष  ध्यान दे चुके हैं । सैकड़ों बार सरकारी अफसरों की खिंचाई तक हो चुकी है पर फिर भी नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण विभाग जैसे सरकारी कार्यालयों की लापरवाही बरकरार है। हालात यह हैं कि  नगर निगम और प्रदूषण विभाग के अफसर केवल उसी समय  काला संघिया ड्रेन की ओर जाते हैं जब संत सीचेवाल का दौरा होता है । बाकी समय दौरान यह सारा क्षेत्र उपेक्षित सा रहता है और कोई अधिकारी उधर जाता तक नहीं।

संत सीचेवाल ने 6 सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों की कार्यप्रणाली का निरीक्षण किया 
राज्य सभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने आज शहर में चल रहे 6 सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों की कार्यप्रणाली का जायजा लेते अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। नगर निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह और अन्य संबंधित अधिकारियों ने विभिन्न सीवरेज प्लांटो का दौरा किया ।  उन्होंने कहा कि जब तक पानी की स्पलाई 135 लीटर प्रति दिन व्यक्ति के हिसाब से नहीं की जाती तब तक ट्रीटमैंट प्लांट पूरी तरह से सफल नहीं हो सकेगे। राज्यसभा सदस्य ने ट्रीटमैंट प्लांट से ट्रीट किए गए पानी को खेती में इस्तेमाल करने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसा करने से भूजल की बचत होगी और खाद का इस्तेमाल भी कम होगा। संत सीचेवाल में बस्ती पीरदाद , फ़ोल्डीवाल ,बम्बियांवाल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया । उन्होंने कहा कि 25 दिनों के बाद इन सभी ट्रीटमेंट प्लांट की कार्य प्रणाली की फिर से समीक्षा की जाएगी।

फ़ैक्टरी का दूषित पानी नाले में गिर  रहा था , चमड़ा जलाया जा रहा था 
राज्यसभा सदस्य ने काला संघिया ड्रेन में एक फ़ैक्टरी  द्वारा चमड़े के कचरे को अवैध रूप से जलाने और प्रदूषित पानी काला संघिया ड्रेन में डालने का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नालों को गंदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस बीच पता चला है कि प्रदूषण विभाग  ने काला संघिया ड्रेन में गोबर डालने वाली डेयरी के बिजली कनेक्शन काटने के लिए बिजली बोर्ड को पत्र लिखा है ।


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Vatika

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