18 महीने बाद राशि बदलेंगे राहु-केतु, उथल-पुथल रहेगी

punjabkesari.in Saturday, Feb 16, 2019 - 08:01 PM (IST)

जालन्धर(धवन): आकाशीय ग्रह चाल में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन 7 मार्च 2019 को होने जा रहा है। इसके तहत 18 महीने के बाद राहु-केतु राशि परिवर्तित करने जा रहे हैं। राहू अब मिथुन राशि तो केतू धनु राशि में संचार करेंगे। यह स्थिति 24 मार्च 2020 तक बनी रहेगी। राहू तथा केतू ग्रहों की गिनती अशुभ ग्रहों में होती है इसलिए जिस भी घरों में वह जाएंगे उन पर असर पडऩा स्वाभाविक है।

देश के प्रमुख ज्योतिष संजय चौधरी के अनुसार राहु-केतू का कोई फिजीकल अस्तित्व नहीं है। इसलिए यह दोनों ग्रह शक्तिशाली भी माने जाते हैं तथा पूर्व जन्म के कर्मों के अनुसार फल देते हैं। उन्होंने बताया कि राहू व केतू हमेशा वक्री अवस्था में चलते हैं। राहू धन, ऐश्वर्यशाली वस्तुओं व अन्य भौतिकवादी पदार्थों को कुंडलियों में इंगित करता है जबकि केतू व्यक्ति को धर्म के रास्ते पर ले जाता है। प्रत्येक की कुंडली में राहु-केतु का संचार एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम को इंगित करता है। उन्होंने कहा कि नाड़ी शास्त्र के अनुसार यह एक महत्वपूर्ण घटना होगी तथा इसका संचार लग्र से देखा जाएगा न कि चंद्र कुंडली से। उन्होंने कहा कि बृहस्पति तथा शनि की स्थिति तथआ उनकी दृष्टियां भी अपना प्रभाव डालेंगी। उन्होंने कहा कि इन ग्रहों के संचार का राष्ट्रीय राजनीति पर भी असर पडऩा स्वाभाविक है। इसलिए 7 मार्च कोराहु-केतु के राशि बदलते ही लोकसभा के आम चुनावों का ऐलान किसी समय भी हो सकता है।

सामान्यत: किसी भी महीने में सूर्य-चंद्र, बुध-शुक्र, मंगल आदि राशियां बदलते रहते हैं परन्तु मार्च महीना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस महीने राहु-केतु के अलावा बृहस्पति ने भी अपनी राशि बदलनी है। कुल मिलाकर 8 ग्रह इस महीने में राशियां परिवर्तित करेंगे। ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले महीनों में केंद्र सरकार में सत्ता परिवर्तन की स्थिति देखने को मिलेगी। भाजपा की कुंडली में राहु-केतु का संचार पहले व सातवें घर में होगा। राहू का प्रभाव भाजपा की कुंडली में 7वें घर पर पड़ेगा जिस कारण कई सहयोगी राजग को लोकसभा चुनाव से पूर्व छोड़ देंगे। उन्होंने बताया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के काम करने के ढंग में भी पूरी तरह से परिवर्तन देखने को मिलेगा। शनि तथा केतू का 10वें घर में कांग्रेस की कुंडली में संचार होने से पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के स्वास्थ्य पर असर डालेगा। भारत की कुंडली में राहु-केतु का संचार दूसरे व 8वें घर में होगा। इस कारण सीमा पर टकराव या सीमित युद्ध की स्थिति देखी जाएगी।  भारत तथा पाकिस्तान दोनों के मध्य सैनिकों के अंदर भारी तनाव देखा जाएगा। 


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Vaneet

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