फुटपाथ पर कपड़े बेचने वाला बना Famous Artist,एक मौके ने बदल दी किस्मत

punjabkesari.in Wednesday, Apr 13, 2016 - 12:58 PM (IST)

जालंधरः जिस उम्र में बच्चे बारिश के पानी में चलाने के लिए कागज की कश्ती बनाते हैं। उस उम्र में वाजिद खान ने पानी में चलने वाला लकड़ी का जहाज बनाया था। उनको एक इंच की दुनिया की सबसे छोटी इलेक्ट्रिक आयरन बनाने का श्रेय भी जाता है।  एल.पी.यू. पहुंचे मल्टीटैलेंटेड वर्ल्ड फेमस आर्टिस्ट वाजिद खान ने अपनी कमाई का 95 फीसदी हिस्सा यानी कि पूरे 200 करोड़ रुपए एक संस्था को दान किए हैं।

उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र में जब वह घर छोड़कर अहमदाबाद पहुंचे तो सबसे पहले उन्होंने पुराने कपड़े बेचने का काम शुरू किया। खाली वक्त में वह स्कल्प्चर और पेंटिग्स बनाते था। उन्होंने ऑटो चलाने के साथ और भी बहुत छोटे-मोटे काम किए। साल 2010 के एंड की बात रही होगी। किसी होटेलियर ने पेंटिग्स देखी और अपने होटल में एग्जीबिशन का मौका दिया।

वहां पहली बार उनकी पेंटिंग बिकी वो भी 20 लाख में तब से अब तक वह फुटपाथ पर उन बच्चों को साथ लेते है जो अच्छे आर्टिस्ट बन सकते हैं।  उन्होंने  विद्यार्थियों को कहा कि पैसे के पीछे नहीं, कुछ नया क्रिएट करने के जुनून के पीछे भागें। पैसा आपके पीछे भागेगा।  क्रिएटिव काम के लिए आर्टिस्ट बनना जरूरी नहीं। अविष्कार करना क्रिएटिव काम करना है। हर धर्म से सीख लें, मैंने गुरु ग्रंथ साहिब को पढ़ा, वंड छको के महत्व को समझा। जैन संतों के साथ भी रहा।  

कुरान पाक में लिखे को असल में बदला जो कमाया उसका 95 फीसदी दान किया। दूसरों के लिए जिएं। अपने लिए जीने से खुशी नहीं मिलती। जो भी काम कर रहे हैं शिद्दत से करें। वाजिद रग्बी प्लेयर हैं । एनिमेटर और इनवेंटर भी हैं। विश्व की कैनवस पर पहली थ्री डी पेटिंग की रचना भी की। उन्होंने  नेल आर्ट का पेटेंट भी करवाया।


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