अंगूठे के निशान न मिलने पर नहीं मिलेगा गेहूं: मंत्री आशु

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 09:18 PM (IST)

लुधियाना(खुराना): खाद्य व आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु द्वारा आज स्थानीय सर्कट हाउस में आयोजित एक विशेष बैठक दौरान आटा-दाल योजना में पूरी तरह से पारदर्शिता लाने के मकसद से बायोमीट्रिक मशीनें लांच की। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि सरकार द्वारा योजना से जुडे परिवारों को मौजुदा पारी अप्रैल से सितम्बर 2018 के बीच की 6 माह की दी जाने वाली सरकारी गेहुं बायोमीट्रिक प्राणाली द्वारा लाभपात्रों के अंगूठे के निशान मैच होने ही दी जाएगी।

मंत्री आशु ने साफ लफजों में कहा कि इस दौरान योजना से जुडे बोगस परिवार सामने आने पर उनके नीले कार्ड रद्द कर दिए जाएगें और जो योजना के सही हकदार है लेकिन बावजुद इसके उसके कार्ड अभी तक किन्हीं कारणों के चलते नहीं बन पाएं है, उन्हें योजना का हिस्सा बनाया जाएगा। मंत्री आशु द्वारा शुरू की गई इस पहल से जहां सरकार को गेहूं वितरण की मौजुदा पारी में करोडों का लाभ मिलने की संभावाएं पैदा हो गई हैं, वहीं बायोमीट्रिक प्रणाली से अधिकतर डिपु मालिकों व विभागीय कर्मचारियों के चेहरे पर पहने हुए मखौटे भी बेनाकाब हो सकेगेंं जो पिछले लंबे समय से सरकार की जडों का खोखला कर रहे हैं।

सुत्रों के मुताबिक अधिकतर डिपु मालिकों व विभागीय इंस्पैक्टरों के पास फर्जी नीले कार्डों की मौजुदा समय में भी भरमार है, जिसके सहारे वह गरीब परिवारों के फर्जी कार्ड बनाकर उनके हिस्से का अनाज हडप रहे हैं और उन परिवारों को यह बात तक भी पता नहीं है कि उनका कभी नीले कार्ड सरकार द्वारा बनाया भी गया है यां नहीं?


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