अंधे कत्ल की सुलझी गुत्थीः अवैध संबंधों के चलते गई थी युवक की जान

punjabkesari.in Thursday, Jun 28, 2018 - 09:52 AM (IST)

लुधियाना (महेश): जालंधर बाईपास चुंगी, मैट्रो के पास गत दिवस मिले एक युवक के शव के केस की गुत्थी सलेम टाबरी पुलिस ने सुलझा ली है। उस युवक का कत्ल हुआ था। कत्ल का कारण युवक के एक महिला के साथ अवैध संबंध थे, जिसकी भनक उसके पति को लग गई थी। पुलिस ने इस संबंध में एक युवक को भी हिरासत में ले लिया है और उस समय धारा 174 के तहत की गई कार्रवाई को हत्या के केस में तबदील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

जानकारी के मुताबिक जिस युवक का कत्ल हुआ था वह जस्सियां रोड की मनोज कालोनी का रहने वाला पुङ्क्षष्पदर था। उसके मैट्रो इलाके के निकट रहने वाली एक महिला के साथ नाजायज संबंध थे और वह अक्सर उसे घुमाता रहता था।  महिला के पति को इसकी भनक लग गई थी। उसने कई बार उसे समझाया भी था, लेकिन वह नहीं माना। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले महिला को अपने मायके से हिस्से में काफी धन मिला था। जो उसने अपने पति को देने की बजाय उसे दे दिया था। इस बात पर महिला का पति आपा खो बैठा और उसने पुङ्क्षष्पदर को सबक सिखाने की ठान ली। 19 जून को उसने सुनियोजित ढंग से पुष्पिंदर को अपने पास बुलाया और फिर अपने भतीजे व भतीजे के एक साथी के साथ मिलकर उसकी अच्छी तरह से पिटाई की। इस दौरान आरोपियों ने किसी भारी चीज से उसके सिर पर वार किया। जिससे वह लहूलुहान होकर वहीं ढेर हो गया। जिसके बाद चाचा भतीजा व उनका साथी उसे उठाकर मैट्रो के निकट सड़क किनारे यह सोच कर फैंक आए कि जब उसे होश आएगा तो वह खुद-ब-खुद उठकर अपना इलाज करवा लेगा, लेकिन इस बीच उसकी मौत हो गई। पता चला है कि महिला का पति सफाई कर्मी है। 

20 जून की शाम को मिला था शव 
पुलिस को 20 जून की शाम को मैट्रो के पास बाजीगर बस्ती को जाने वाली सड़क किनारे शाम 6 बजे लावारिस शव पड़े होने की सूचना मिली थी। युवक के मुंह और सिर पर चोटों के निशान थे। शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल में सुरक्षित रखवा दिया था। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे लावारिस घोषित करके सरकारी खर्चे पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। 

सिर में गहरी चोट लगने से हुई थी मौत 
पुलिस ने बताया कि पहले तो पुलिस इस मामले को महज हादसा मान रही थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो गया कि युवक के सिर में किसी भारी चीज के प्रहार से पहुंची गहरी चोट के कारण उसकी मौत हुई है जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच की दिशा बदल दी थी। 

मां ने फोटो देखकर की शिनाख्त 
ए.एस.आई. बलजीत सिंह ने बताया कि मृतक की माता रीटा बुधवार को अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने थाने आई थी। उसे इस बात का पता नहीं था कि उसका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। जो हुलिया उसने अपने बेटे का बताया वह हू-ब-हू मैट्रो के पास मिले शव से मेल खाता था। तब उसे उस वक्त मौके पर खींची गई तस्वीरें दिखाई गई तो उसने मृतक की पहचान अपने बेटे पुङ्क्षष्पदर के रूप में की। रीटा ने बताया कि वह किसी काम से चंडीगढ़ गई हुई थी। जैसे ही वहां से लौटी सीधी रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाने आ गई। उसका बेटा 19 जून को घर से निकला था। उसके बाद लौट कर वापस नहीं आया था। उसने बताया कि पुष्पिंदर आटा चक्की पर काम करता था। वह शादीशुदा था और उसकी अढ़ाई साल की एक बेटी भी है। बलजीत ने बताया कि पहले धारा 174 के तहत की गई कार्रवाई को कत्ल के केस में तबदील किया जा रहा है। मृतक की माता की शिकायत पर राजेश कुमार, उसके भतीजे दीपक कुमार व दीपक के साथी के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मामले के मुख्य आरोपी राजेश की पत्नी की भूमिका भी खंगाली जा रही है। अगर वह कसूरवार पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।  
 

ऐसे सुलझी अंधे कत्ल की गुत्थी 
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस कत्ल की गुत्थी नाटकीय ढंग से सुलझी है। मैट्रो के निकट रहने वाला एक शख्स थाना सलेम टाबरी में तैनात अपने एक नजदीकी ए.एस.आई. के पास यह जानने के लिए आया कि उसके एक जानकार ने कुछ दिन पहले एक युवक को बुरी तरह से पीट कर मैट्रो के पास फैंक दिया। उस युवक के बाबत पुलिस के पास कोई जानकारी है कि वह कहां है। अगर है तो कहां है और कौन से अस्पताल में है। उसका कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है। इस पर ए.एस.आई. ने चालाकी बरती। उसने उसे उस जानकार को अपने साथ लेकर आने को कहा। इसी बीच पुलिस ने तत्काल हरकत में आते हुए आरोपी को काबू कर लिया। जिसके बाद अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली गई। 


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