Delhi Violence: हिंसा के बाद दिल्ली की जेलों में बंद हैं पंजाब के ये 69 युवा
punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2021 - 10:20 AM (IST)

चंडीगढ़/सोनीपत(दीक्षित): 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए उपद्रव व लाल किले की घटना के बाद काफी किसानों व युवाओं के लापता होने का आरोप लगाया गया था। इनके बारे में पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। अब सूचना मिली है कि 115 किसान व युवा दिल्ली की जेलों में बंद हैं।
इसका पता उस समय चला जब दिल्ली सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा को इनकी सूची सौंपी। यह सूची संयुक्त किसान मोर्चा ने सार्वजनिक की है जिसमें पंजाब के 69 किसान व युवा शामिल हैं। वहीं हरियाणा के 33 किसान व युवा जेल में बंद हैं तो दिल्ली के 11, यू.पी. व उत्तराखंड का एक-एक व्यक्ति जेल में बंद है।
कमेटी के संयोजक प्रेम सिंह भंगू, राजिंद्र सिंह दीप सिंह वाला ने बताया कि लापता किसानों व युवाओं की तलाश में दिल्ली सरकार को प्रार्थना पत्र दिया गया था जिसके बाद दिल्ली सरकार ने जेल में बंद किसानों व युवाओं की सूची उनको सौंपी है।
ये युवा हैं जेलों में बंद
- गुरुमुख सिंह, फतेहगढ़
- बलबिंद्र सिंह, होशियारपुर
- प्रकट सिंह, फिरोजपुर
- गुरुदयाल सिंह, होशियारपुर
- दिलशाद, मोहाली चंडीगढ़
- हरविंद्र, राजपुरा पटियाला
- गुरविंद्र सिंह, पटियाला
- गुरमेज, संगरूर
- कुलविंद्र सिंह, संगरूर
- कुलदीप सिंह, मानसा
- ओवरसीर, मानसा
- गुरजंट सिंह, गुरदासपुर
- गुरपेंद्र सिंह, बठिंडा
- जसविंद्र सिंह, मानसा
- लवप्रीत सिंह, मानसा
- सुखजिंद्र सिंह, मानसा
- सिमरजीत सिंह, बठिंडा
- संदीप सिंह, बठिंडा
- स्वर्ण सिंह, पटियाला
- सुखराज, फिरोजपुर
- गुरप्रीत सिंह, फाजिल्का
- भाग सिंह, मोगा
- हरजिंद्र सिंह, मोगा
- बलदीर सिंह, मोगा
- पंथप्रीत, बठिंडा
- कुलविंद्र सिंह, बराला
- गुरुसेवक, मानसा
- जगदीश सिंह, मोगा
- जसपाल, मानसा
- जगसिरन, मानसा
- हरजेंद्र सिंह, मोगा
- जगदीप सिंह, मोगा