लुधियाना के बीज घोटाले में 1 और गिरफ्तार, 12 बीज डीलरशिपें रद्द

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 09:06 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): पंजाब के डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बीज घोटाले की तह तक पहुंचने के लिए विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) का गठन किया है। लुधियाना में अनाधिकारित तौर पर गैर-प्रमाणित धान के बीज बेचने के आरोप के तहत 12 अन्य डीलरशिपों को रद्द करने के साथ-साथ एक और व्यक्तिको गिरफ्तार किया गया है। डी.जी.पी. ने बताया कि मुख्य कृषि अफसर की शिकायत पर केस दर्ज हुआ है।

गिरफ्तार आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह उर्फ बालीआं निवासी भूंदड़ी जिला लुधियाना के तौर पर हुई है। बलजिंदर की गिरफ्तारी हरविंदर सिंह उर्फ काका बराड़ की गिरफ्तारी के बाद हुई। उन्होंने बताया कि ए.डी.जी.पी. पंजाब ब्यूरो ऑफ इन्वैस्टीगेशन (पी.बी.आई.) और रा’य अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एस.सी.आर.बी.) नरेश अरोड़ा के नेतृत्व वाली एस.आई.टी. अब तक लुधियाना की एस.आई.टी. की जांच को अपने हाथों में लेगी। अन्य सदस्यों में आई.जी.पी. क्राइम नागेश्वर राव, पुलिस कमिश्नर लुधियाना राकेश अग्रवाल, संयुक्त डायरैक्टर कृषि सुखदेव सिंह और डिप्टी कमिश्नर पुलिस, (अमन-कानून) लुधियाना अश्वनी कपूर शामिल हैं। यह ए.डी.जी.पी.-कम - डायरैक्टर, ब्यूरो ऑफ इनवैस्टीगेशन पंजाब की निगरानी तहत काम करेगी।


पी.ए.यू. द्वारा गठित किसान एसोसिएशन का मैम्बर है बलजिंदर
यह बलजिंदर सिंह जगराओं में &4 एकड़ जमीन का मालिक है और पी.ए.यू. द्वारा गठित किसान एसोसिएशन का मैंबर है, जो नए बीजों और तकनीकों संबंधी जानकारी देती है। नए बीज की पैदावार के नतीजों का मूल्यांकन करने के लिए आजमाइश के तौर पर बीजाई के लिए गत वर्ष नया विकसित बीज पी.आर. 128 और पी.आर. 129 दिया था। उसने परख के तौर पर तैयार अतिरिक्त फसल के बीज का उत्पादन किया और बिना अधिकार बराड़ बीज स्टोर पर बेच दिया। लुधियाना के मुख्य कृषि अफसर नरेन्द्र सिंह बैनीपाल ने बताया कि परख वाले बीज की बिक्री स्पष्ट तौर पर गैर कानूनी थी। इस दौरान बीजों की गैर-कानूनी और अनाधिकारित बिक्री पर कार्रवाई जारी रखते हुए लुधियाना जिला प्रशासन ने पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ मिल कर बीज डीलरों की कुल 1900 स्थानों पर छापेमारी कर जांच की।अतिरिक्त मुख्य सचिव (विकास) विश्वजीत खन्ना के अनुसार छापेमारी दौरान 12 डीलर अनाधिकारित बीज बेचते हुए पाए गए जिनके लाइसैंस रद्द कर दिए। सभी डीलरों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की जा रही हैं और स्टोरों को सील कर दिया गया है। खन्ना ने कहा कि पी.ए.यू. को अपना प्रोटोकोल बदलने के लिए कहा गया है जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति अनाधिकारित तौर पर परख अधीन बीज खरीदने और आम लोगों को बेचने के योग्य न हो सके।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News