जिले की 232 पंचायतों ने चन्नी सरकार खिलाफ खोला मोर्चा

punjabkesari.in Friday, Dec 24, 2021 - 10:38 AM (IST)

रूपनगर (विजय): विधानसभा हलका रूपनगर की पंचायतों ने पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आज यहां पंचायतों ने सामूहिक रूप में प्रेस कान्फ्रेंस करके मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह पर रूपनगर विधान सभा हलके साथ सौतेली मां वाला सलूक करने के दोष लगाए हैं। विधानसभा हलका रूपनगर की 232 पंचायतों ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का घेराव करने की चेतावनी भी दी है और कहा है कि यदि दो दिनों में उनको ग्रांटें न मिलीं तो वह भूख हड़ताल करेंगे।

इस मौके सरपंच चरणजीत सिंह मियानी ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जिले के ही हलका श्री चमकौर साहिब और विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह भी जिले के दूसरे हलके श्री अनन्दपुर साहिब से विधायक हैं जबकि इन दोनों हलकों में पड़ते रूपनगर विधानसभा से पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिन्दर सिंह ढिल्लों हलका इंचार्ज हैं। मुख्यमंत्री और स्पीकर अपने हलकों में तो करोड़ रुपए के साथ विकास कार्य करवा रहे हैं परन्तु रूपनगर विधानसभा हलके में पिछले पांच सालों से विकास कार्य रुके हुए हैं और गांवों के विकास के लिए अनुदान नहीं दी जा रही।

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उन्होंने कहा कि इन नेताओं की अपनी राजनीतिक लड़ाई के कारण रूपनगर विधानसभा हलके को पांच सालों में कोई अनुदान नहीं दी गई। पंचायतों ने कहा कि पांच सालों में केवल वित्त कमीशन के पैसे ही पंचायतों को मिले हैं जबकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने जिले के ही हलके को बाकी पंजाब से बेगाना कर दिया। इस दौरान गांव पड़ी के सरपंच कैप्टन मुलतान सिंह ने कहा कि उनकी तरफ से स्थानीय प्रसासनिक आधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को इस संबंधी कहा गया परन्तु राजनीति कारण उनके गांवों की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस मौके दर्शन सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से सर्व समिति के साथ पंचायतें बनाने पर विशेष अनुदान देने का ऐलान किया गया था परन्तु आज तक एक भी पंचायत को यह अनुदान नहीं मिल सकी।

सरपंच कमल सैनी ने कहा कि इसमें जितनी जिम्मेदारी सरकार की है उतनी जिम्मेदार विरोधी पक्ष की भी है। विरोधी पक्ष पार्टियों में अकाली दल, बसपा, भाजपा और आम आदमी पार्टी द्वारा भी यह मुद्दा नहीं उठाया जा रहा जबकि विरोधी पक्ष के नेता केवल अपने मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं। पंचायतों ने सामूहिक तौर पर ऐलान किया कि इस बार हालात कारण वह विधानसभा मतदान में अपना नुमाइंदा आजाद तौर पर खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें किसान यूनियनें भी उनका सहयोग करेंगी क्योंकि वह भी किसान हैं। इसी दरम्यियान पंचायतों ने रूपनगर हलके से आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ की कारगुजारी पर सवाल चुके और कहा कि विरोधी पार्टियों के नेताओं ने भी बनती भूमिका न निभाई।

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25 दिसंबर तक का अल्टीमेटम, इसके बाद होगी अनिश्चित समय के लिए भूख हड़ताल
पंचायतों ने ऐलान किया कि यदि उनको 25 दिसंबर तक अनुदान राशि खाते में न पाई गई तो कांग्रेस पार्टी के अलावा विरोधी पक्ष, अकाली दल और ओर राजनीतिक पार्टियों का गांवों में सख्त विरोध किया जाएगा। इसके अलावा पंचायतों ने कहा कि जिला प्रसासन की तरफ से भी पंचायतों की अनदेखी की गई है जिस कारण कई गांवों में विकास कार्य लटके हैं पंचायती नुमाइंदों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि यदि ग्रांटें न मिलीं तो वह अनिश्चित समय के लिए भूख हड़ताल शुरू की जाएगी जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

मुख्य पंचायतों में यह नाम हैं शामिल
इस मौके रोष जाहिर करने वालों में ग्राम पंचायतों में गांव संतोखगढ़, मियाणी, कटली, पपराला, माजरी ठेकेदार, बागवाली, डंगौली, दबुरजी, गुन्नो माजरा, लोहगढ़-दुर्घटना, हुसैनपुर, मलिकपुर, अकबरपुर, घनौला, धलो चैड़िया, आलमपुर, मादपुर, भद्दल, बरदार, खानपुर, फूल कल, ठौणां आदि पंचायतें शामिल थी।

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News Editor

Urmila

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