डॉ. गांधी व छोटेपुर ने ‘आप’ की एकता के तौर-तरीकों पर उठाए सवाल

punjabkesari.in Thursday, Oct 25, 2018 - 01:05 PM (IST)

चंडीगढ़ (भुल्लर): पार्लियामेंट मेंबर डॉ. धर्मवीर गांधी और ‘आप’ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुच्चा सिंह छोटेपुर ने ‘आप’ की पंजाब इकाई में विभिन्न ग्रुपों की एकता के लिए पार्टी लीडरशिप के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए हैं। दोनों नेताओं ने पंजाब राज्य भवन में मीटिंग में शामिल होने के बाद मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान कहा कि इन कोशिशों में गंभीरता नहीं है और इस तरह पार्टियों में एकता नहीं होती।

दोनों नेताओं ने साफ कर दिया कि उनके साथ प्रदेश लीडरशिप की ओर से एकता की बातचीत के लिए सीधा संपर्क नहीं किया जा रहा। डॉ. गांधी का कहना है कि छोटेपुर के नेतृत्व में पार्टी ने अच्छा मुकाम हासिल किया था, लेकिन बाद में अच्छे नेताओं के बाहर जाने से गिरावट शुरू हुई। सरकार बनाने जा रही पार्टी 20 सीटों पर सिमट गई और उसके बाद उप चुनावों में बिल्कुल ही आधार खत्म होता दिखाई दिया। गांधी का कहना है कि हवा में तीर मारकर एकता नहीं हो सकती, बल्कि गलतियों का गंभीरता से विश्लेषण करना पड़ेगा। इस तरह छोटेपुर ने एकता को लेकर की जाने वाली कोशिशों के संबंध में कहा कि सबसे पहले पार्टी से दिल्ली का दबदबा खत्म करना पड़ेगा। पिछले समय में की सभी गलतियों का पूरा हिसाब-किताब कर लोगों की जिम्मेवारी फिक्स कर कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा कि चाहे गत दिन उनके साथ ‘आप’ पंजाब के नेताओं ने संपर्क कर बातचीत शुरू की थी, लेकिन उसके बाद बात आगे नहीं बढ़ाई। छोटेपुर का कहना है कि शायद जो कड़वी बातें उन्होंने ‘आप’ नेताओं को एकता की बात आगे बढ़ाने के लिए कही थीं, वे उनको अच्छी नहीं लगी होंगी, जिस कारण बाद में फिर से ऐसा प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं द्वारा गलतियों का अहसास किए बिना एकता संभव नहीं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News