जज्बे को सलामः भारत की सबसे छोटे कद की वकील जिसने कभी नहीं मानी हार...जानिए अब तक का सफर

punjabkesari.in Thursday, Aug 05, 2021 - 12:54 PM (IST)

जालंधर(विशेष): हरविंद्र कौर जनागल के लिए कद कोई रुकावट नहीं और वह बार कौंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा की तरफ से वकालत का लाइसैंस हासिल कर चुकी हैं। 25 वर्षीय वकील ने 2020 में अपनी एलएल.बी. पूरी कर ली थी और वह तब से जालंधर सैशन कोर्ट में कार्य कर रही हैं। जो बात उन्हें विशेष बनाती है वह उनका कद है जो 3 फुट 11 इंच है। वह भारत की सबसे छोटे कद की वकील भी मानी जा रही हैं लेकिन हम उन्हें सबसे सकारात्मक वकील मान सकते हैं।

हरविंद्र ने बताया कि वह एयरहोस्टैस बनना चाहती थीं लेकिन उनका यह सपना उनके कद के कारण अधूरा रह गया। उनके पिता शमशेर सिंह फिल्लौर ट्रैफिक पुलिस में ए.एस.आई. हैं और उनकी मां सुखदीप कौर गृहिणी हैं। हरविंद्र का भाई भी है। परिवार में उनको छोड़ कर सबका कद सामान्य है इसलिए उनके परिवार वाले उनको काफी डाक्टरों के पास लेकर गए, जिन्होंने उन्हें तरह-तरह की दवाइयां लिखीं और उपचार किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके परिणामस्वरूप उन्हें अपनी इच्छा को त्यागना पड़ा।

इसके कारण वह डिप्रैशन में भी आईं लेकिन तब उन्होंने जादुई रूप से अपने को मजबूत कर आगे बढऩे का निर्णय लिया। हरविंद्र ने कहा कि एक समय ऐसा आया था जब वह अपनी जिंदगी से ऊब गई थीं। वह हमेशा रोती रहती थीं और सोचती थीं कि भगवान ने उसे ऐसा क्यों बनाया। लोगों द्वारा कही गई बातें मुझे सच में काफी प्रभावित करती हैं। तब मैंने प्रेरित करने वाली वीडियो देखनी शुरू की। इससे मुझे सच में मदद मिली और मैंने दोबारा आत्मविश्वास पाना शुरू कर  दिया। यदि भगवान ने मुझे ऐसा बनाया है तो उसका कोई उद्देश्य होगा और इसलिए मुझे उसे पूरा करने की जरूरत है। 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने वकील बनने की ठानी क्योंकि उन्हें ऐसा लगा कि वह इस क्षेत्र में देश की सेवा कर सकती हैं लेकिन प्रत्येक ने उनका मजाक बनाना शुरू कर दिया और उन्हें वकालत छोडऩे के लिए कहने लगे, लेकिन वह अपने उद्देश्य को पाने में सफल रहीं।


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Vatika

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